ड्रैगन फ़्रूट का नाम आपने अवश्य सुना होगा। वैसे तो यह फल भारत में कम पाया जाता है और इसीलिए कई जगह पर लोग इसे अपनी भाषा में विदेशी फल भी कहते हैं। ड्रैगन फ़्रूट वास्तव में बहुत ज़्यादा प्रसिद्ध फल नहीं है। ड्रैगन फ़्रूट का ये नाम काफ़ी अजीब है लेकिन ये नाम इसे इसके रंग रूप क देखते हुए दिया गया है क्योंकि इसके गूदे में पाई जाने वाली बीज किसी चित्तीदार एलियन प्राणी का स्वरूप देती हैं।
वास्तव में ड्रैगन फ़्रूट क्या है? असल में ड्रैगन फ़्रूट का वैज्ञानिक नाम या असली नाम हिलोकेरेस अंडटस है। यह वैसे तो दक्षिण अमेरीका में पाया जाता है लेकिन आजकल इसकी खेती पटाया, ऑस्ट्रेलिया, क्वींसलैंड और भारत में भी की जाने लगी हैं। इसके अलावा कई देशों में इसका आयात निर्यात भी किया जाता है। ड्रैगन फ़्रूट कैक्टसिया फ़ैमिली से संबंधित है जो कि बेल पर लगने वाला फल है। ड्रैगन फ़्रूट के अंदर सफ़ेद और लाल दो तरह के गूदे पाए जाते हैं इन गूदों में बीज पड़े हुए होते हैं।
ड्रैगन फ़्रूट का सेवन न सिर्फ़ फल के रूप में होता है बल्कि इसका उपयोग शेक बनाने, मुरब्बा, सलाद, जेली और कई बार अचार बनाने में भी होता है। ड्रैगन फ़्रूट के कुछ फ़ायदे और कुछ नुक़सान है।इन पर चर्चा करने से पहले आइए जानते हैं कि ड्रैगन फ़्रूट में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं।
ड्रैगन फ़्रूट का एक फल मात्र 28 ग्राम का होता है।आइए देखते हैं कि इस एक अट्ठाईस ग्राम यानी कि एक फल में कुल कितने पोषक तत्व होते हैं-
शुगर- 23 ग्राम
प्रोटीन- 1 ग्राम
फ़ाइबर- 0.504 ग्राम
ऊर्जा या एनर्जी- 73.9 किलो कैलोरी
वसा या फ़ैट- 0 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट्स- 23 ग्राम
विटामिन सी- 1.79 मिलीग्राम
कैल्शियम- 30 मिलीग्राम
सोडियम- 10.9 मिलीग्राम
ड्रैगन फ़्रूट के फ़ायदे
1. पेट संबंधी और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए ड्रैगन फ़्रूट Abdomen and digestion cure using dragon fruit in hindi
कार्बोहाइड्रेट्स कई प्रकार के होते हैं और उन्हीं में से एक महत्वपूर्ण कंपाउंड ओलिगोसेकेराइड है। ड्रैगन फ़्रूट में ओलिगोसेकेराइड की प्रचुर मात्रा पायी जाती है। यह कंपाउंड प्रीबायोटिक गुणों से भरपूर होता है। पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए ड्रैगन फ़्रूट बेहद फ़ायदेमंद है और ऐसा इसी केमिकल कंपाउंड के चलते होता है।प्रीबायोटिक गुण होने के कारण ये पेट और आंत के अच्छे माइक्रोबायोटा को बढ़ावा देता है। ये हमारे पेट को क्रमाकुंचन गति करने में भी सहायक होता है।
क्रमाकुंचन हम जब भी कोई भी चीज़ खाते हैं या अपना भोजन लेते हैं तो ऐसे में वह ग्रास नली का से होते हुए सीधे पेट में जाता है। यहाँ पर सभी खायी हुई चीज़ें का पाचन शुरू होता है। पेट की दीवारें भोजन को आपस में मथने के लिए बार बार सिकुड़ती और फैलती रहती है। इस प्रक्रिया को क्रमाकुंचन गति कहते हैं।इस गति या प्रक्रिया के कारण ही भोजन अच्छे से आपस में मिक्स होता है और उसकी एक लुगदी या पेस्ट तैयार हो जाता है। इसके पश्चात ही यह भोजन आँतों में जाता है।
ड्रैगन फ़ूड का सेवन करने से हमें इन सभी प्रक्रियाओं में काफ़ी मदद मिलती है।इसके अलावा ड्रैगन फ़्रूट फ़ाइबर और कई विटामिन से भरपूर होता है जो ना सिर्फ़ पाचन के लिए फ़ायदेमंद होते हैं बल्कि शरीर की अन्य प्रक्रियाओं के लिए भी महत्वपूर्ण होते हैं।
2. डेंगू में राहत Dengue Cure using Dragon fruit in hindi
वैसे तो यदि आप को डेंगू के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो ऐसे में तुरंत आपको डॉक्टर से परामर्श लेना ज़रूरी है। डेंगू की समस्या होने पर अस्पताल में उपचार कराना ही सबसे सही चीज़ होता है लेकिन डेंगू का उपचार करने में ड्रैगन फ़्रूट काफ़ी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। जैसा कि हम जानते हैं कि ड्रैगन फ़्रूट के अंदर के भाग में बीज पाए जाते हैं। इन बीजों में फाइटोकेमिकल होता है। इसी कारण ये बीज एंटी ऑक्सीडेंट और एंटीवायरल गुणों से भरपूर होते हैं। इन बीजों का उपयोग डेंगू के लक्षणों को कम करने में किया जा सकता है। ऐसा कई बार देखा गया है कि डेंगू में डॉक्टर्स ड्रैगन फ़्रूट का सेवन करने की सलाह देते हैं।
इसके अलावा ड्रैगन फ़्रूट में विटामिन सी की अच्छी मात्रा पायी जाती है। विटामिन सी एक ऐसा पोषक तत्व है जो हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत बनाने में फ़ायदेमंद होता है।। इसी कारण हमारा शरीर डेंगू से लड़ने में सक्षम हो पाता है। कुल मिलाकर ड्रैगन फ़्रूट डेंगू की समस्या में राहत पहुँचा सकता है लेकिन अभी भी वैज्ञानिक ड्रैगन फूट को लेकर काफ़ी शोध कर रहे हैं। कुछ शोधों में इस बात का ख़ुलासा हुआ है कि ड्रैगन फ़्रूट डेंगू में राहत पहुँचाता है लेकिन अभी भी इस बात का पूरी तरीक़े से प्रमाण नहीं मिल सका है कि डेंगू की समस्या में ड्रैगन फूट वास्तव में फ़ायदेमंद होता है या नहीं।
3. डायबिटीज़ के लिए ड्रैगन फ़्रूट Diabetese ke liye dragon fruit ke fayade in hindi
ड्रैगन फ़्रूट में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट पाये जाते हैं और इसके साथ साथ उसमें बेटासोनी, फ़्लेवरनोएडा, फिनोलएसिड, एस्कॉर्बिकएसिड, फ़ाइबर पाया जाता है। इस तरह डायबिटीज़ के मरीज़ रक्त में शुगर को नियंत्रित करने के लिए ड्रैगन फ़्रूट का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा जो लोग डायबिटीज़ की समस्या से ग्रस्त नहीं हैं और फिर भी वे इस फल को खाते हैं तो उन्हें भी इसका लाभ मिलता है। ड्रैगन फ़्रूट रक्त को शुद्ध करने के मामले में काफ़ी प्रसिद्ध भी है।
4. कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने के लिए Cholestrol control ke liye Dragon fruit ke fayade in Hindi
जिस प्रकार डायबिटीज़ हृदय के लिए घातक है उसी तरह कोलेस्ट्रॉल भी कई हृदय संबंधी समस्याओं को जन्म देता है। शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाना ख़तरे से ख़ाली नहीं है। अगर शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है और नियंत्रित नहीं किया जाता है तो ऐसे में दिल का दौरा अर्थात हर्ट अटैक या स्ट्रोक के चांसेस बढ़ जाते हैं। चूँकि हम जानते हैं कि ड्रैगन फ़्रूट रक्त में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने में सक्षम है इस तरह हम कोलेस्ट्रॉल से बचने के लिए ड्रैगन फ़्रूट का सेवन कर सकते हैं।
बात करें यदि एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की तो इसके द्वारा प्रकाशित किए गए एक शोध में इस बात का ख़ुलासा किया गया है कि लाल ड्रैगन फ़्रूट का सेवन टोटल कोलेस्ट्रॉल, ट्रॉयग्लिसराइड और कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है। आसान शब्दों में कहें तो कोलेस्ट्रॉल से संबंधित समस्याओं के लिए लाल ड्रैगन फ़्रूट का सेवन करना काफ़ी फ़ायदे का सौदा है।
5. हृदय के लिए ड्रैगन फ़्रूट Dragon fruit benefits for heart in Hindi
हमने डायबिटीज़ और कोलेस्ट्रॉल के संबंध में ड्रैगन फ़्रूट के फ़ायदे गिनाए।आइए अब हृदय के लिए ड्रैगन फ़्रूट क्या कर सकता है इस पर भी थोड़ी चर्चा करें। हृदय हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है और यह जीवन पर्यंत वक़्त को शुद्ध करने का कार्य करता रहता है। हृदय में होने वाली छोटी से छोटी समस्या हमारे लिए घातक हो सकती है।
हृदय के संदर्भ में ड्रैगन फ़्रूट फ़ायदेमंद है क्योंकि यह शुगर के स्तर को कम करने में सहायक होता है। हृदय रोग का कारण सिर्फ़ डायबिटीज़ या कोलेस्ट्रॉल ही नहीं है बल्कि तनाव और ऑक्सीडेंटिव स्ट्रेस भी है। इन स्थितियों में डॉक्टर्स ऐसी सब्ज़ियों या फलों का सेवन करने की सलाह देते हैं जिनमें एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इस स्थिति में ड्रैगन फ़्रूट का नाम सबसे पहले आता है। ड्रैगन फ़्रूट का सेवन करके हम अपने हृदय को सुरक्षित रख सकते हैं।
6. कैंसर के लिए Dragon fruit benefits in hindi for Cancer
शोध में इस बात का ख़ुलासा किया गया है कि कैंसर के गुणों को कम करने में ड्रैगन महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है क्योंकि इसमें एंटीइनफ्लामेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। ये फल ख़ासकर महिलाओं के लिए फ़ायदेमंद होता है क्योंकि ये ब्रेस्ट कैंसर से बचाव में सहायक है।
7. त्वचा के लिए फ़ायदेमंद Dragon fruit ke fayade Skin ke liye
ड्रैगन फ़्रूट का इस्तेमाल कई प्रकार के फ़ेस पैक में किया जा सकता है। ड्रैगन फ़्रूट में विटामिन B 12 पाया जाता है जो ड्राई स्किन वालों के लिए फ़ायदेमंद है। ये हमें हाइड्रेट रखने में मददगार होता है।अगर आपको एक्जिमा या सोरायसिस जैसी कोई समस्या हो रही हो तो ऐसे में आप ड्रैगन फ़्रूट का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि इसमें फैटी एसिड पाया जाता है।
8. भूख ना लगने की समस्या में आराम
जिन लोगों का वज़न कम है और उन्हें भूख न लगने की समस्या है तो उन्हें इस फल का इस्तेमाल करना चाहिए। हम जानते हैं कि ड्रैगन फ़्रूट में फ़ाइबर और कई विटामिन पाए जाते हैं जो पाचन की समस्याओं को दूर करते हैं। इस तरह ये भूख ना लगने की समस्या में भी आराम देते हैं। ड्रैगन फ़्रूट में पाया जाने वाला विटामिन B 12 शरीर में मल्टीविटामिन की तरह कार्य करता है।
9. स्वस्थ बालों के लिए ड्रैगन फ़्रूट
ड्रैगन फ़्रूट में पाया जाने वाला फैटी एसिड ना सिर्फ़ त्वचा के लिए फ़ायदेमंद है बल्कि बालों से जुड़ी कई समस्याएं जैसे डैंड्रफ और बालों का झड़ना आदि में भी फ़ायदेमंद है। शोध में इस बात का ख़ुलासा किया गया है कि ड्रैगन फ़्रूट में पाया जाने वाला फैटी एसिड बालों की जड़ों को सूखने से बचाता है। इस तरह यह डैंड्रफ की समस्या को ख़त्म करता है।
10. मस्तिष्क के लिए फ़ायदेमंद
मस्तिष्क से जुड़ा कोई भी रोग स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित करता है। बात करें यदि ऑक्सीडेटिव तनाव की तो यह सिर्फ़ हृदय रोगों का ही नहीं बल्कि शरीर में होने वाली और भी कई समस्याओं का कारण बन जाता है। इसके कारण ब्रेन डिस्फंक्शन अर्थात मस्तिष्क के सही से कार्य न करने की स्थिति भी पैदा हो सकती है। भूलने की बीमारी, अल्ज़ाइमर रोग, पार्किंसनरोग या मिर्गी आदि जैसे रोगों से जुड़े हुए हैं। इसका कारण कहीं न कहीं ऑक्सीडेंटिव स्ट्रेस होता है। ड्रैगन फ़्रूट में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट गुण इस तरह के प्रभाव को कम करते हैं।
ड्रैगन फ़्रूट के नुक़सान
1. ड्रैगन फ़्रूट का इस्तेमाल करें लेकिन सिर्फ़ उतना है जितना ज़रूरी है। यदि ड्रैगन फ़्रूट के इस्तेमाल में थोड़ी सी मात्रा अधिक हो जाती है तो ऐसे में शरीर में शुगर का लेवल बढ़ सकता है। वैसे तो ड्रैगन फ़्रूट रक़्त से शुगर को हटाने में सहायक है फिर भी अत्यधिक मात्रा में किया गया सेवन आपकी मुश्किलें बढ़ा सकता है।
2. वे लोग जो अपना वज़न कम करना चाहते हैं उन्हें ड्रैगन फ़्रूट के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
3. ड्रैगन फ़्रूट का इस्तेमाल करने से पहले अच्छे से धोना और छीलना ज़रूरी है। बेहतर है कि आप इसके बाहरी छिलके को खाने से बचें। इसके बाहरी छिलके में कीटनाशक पाए जाते हैं जो शरीर के लिए हानिकारक होते हैं।