सीताफल एक बेहद स्वादिष्ट फल होता है। ये जितना स्वादिष्ट होता है स्वास्थ्य के लिए उतना फ़ायदेमंद होता है। सीताफल हमारी कई स्वास्थ्य से संबंधित कई समस्याओं का निपटारा कर सकता है लेकिन इस लेख में हम आपको बताएंगे कि यह फ़ायदे के साथ साथ नुक़सानदेह भी है। सीताफल को आम भाषा में शरीफ़ा कहते हैं। यह एक ऐसा फल है जो आपको आसानी से दुकानों पर मिल जाएगा। इसके बाहर हरे रंग का छिलका होता है तथा अंदर मुलायम गूदा होता है।
शरीफ़ा स्वास्थ्य से संबंधित कई समस्याओं के लिए फ़ायदेमंद है।आइए सबसे पहले देखते हैं कि इसमें कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं।
प्रति सौ ग्राम सीताफल में निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं –
- फॉस्फोरस- 32 मिलीग्राम
- कॉपर- 0.086 मिलीग्राम
- कैल्शियम- 24 मिलीग्राम
- ज़िंक- 0.1मिलीग्राम
- सोडियम- 9 मिलीग्राम
- मैग्नीशियम- 21 मिलीग्राम
- आयरन- 0.6 मिलीग्राम
- मेथियोनीन- 0.007 ग्राम
- ट्रिपटोफन- 0.01 ग्राम
- लाईसीन- 0.005 ग्राम
- फैटी एसेट टोटल सैचुरेटेड- 0.048 ग्राम
- फैटी एसिड टोटल मोनोअनसैचुरेटेड- 0.114 ग्राम
- फैटी एसेट पॉलीअनसैचुरेटेड- 0.04 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट- 23.64 ग्राम
- ऊर्जा- 94 किलोकैलोरी
- फ़ाइबर- 4.4 ग्राम
- प्रोटीन- 2.06 ग्राम
- टोटल लिपिड- 0.29 ग्राम
- जल- 73.23 ग्राम
- थायमीन- 0.11 मिलीग्राम
- विटामिन सी एस्कॉर्बिक एसिड- 36.3 मिलीग्राम
- नियासिन- 0.883 मिलीग्राम
- राइबोफ्लेविन- 0.113 मिलीग्राम
- विटामिन बी 6- 0.2 मिलीग्राम
सीताफल के फ़ायदे – Sitafal ke Fayade in Hindi
1. हृदय के स्वास्थ्य के लिए
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए सीताफल का सेवन किया जा सकता है। सीताफल में विटामिन B 6 की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है जो हृदय के लिए अच्छी बतायी जाती है। एक रिसर्च में इस बात का ख़ुलासा किया गया है कि विटामिन B 6 ह्रदय रोग के खतरों को कम करने में सहायक होता है।
2. ब्लड प्रेशर को करता है कम
ब्लड प्रेशर सामान्य स्थिति में रहे इसके लिए सीताफल का इस्तेमाल किया जा सकता है। मैग्नीशियम एक ऐसा तत्व होता है जो ब्लड प्रेशर को बढ़ने या घटने से रोकता है। यह ब्लड प्रेशर को सही स्पीड में रखता है। सीताफल में इस तत्व की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसी के चलते हार्ट अटैक या स्ट्रोक के ख़तरे को भी कम किया जा सकता है।
3. फ़िटनेस के लिए
जो लोग मोटापे की समस्या से ग्रस्त हैं और अपना वज़न कम करना चाहते हैं तो वे सीताफल का सेवन कर सकते हैं। इसके साथ साथ जो लोग अपना वज़न बढ़ाना चाहते हैं वे भी कुछ और और चीज़ों के साथ सीताफल का इस्तेमाल कर सकते हैं। सीताफल में पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा पाई जाती है। वज़न कम वाले लोग ऊर्जा की ज़्यादा मात्रा खपत कर लेते हैं जिस कारण उनका शरीर दुबला पतला ही रह जाता है। सीताफल खाने से उन्हें ऊर्जा की पर्याप्त मात्रा प्राप्त हो सकती है। इसके अलावा सीताफल में फ़ाइबर भी प्रचुर मात्रा में होता है जो पाचन को सही करता है। इस तरह यह शरीर में किसी भी तरह का एक्स्ट्रा फ़ैट जमा होने नहीं देता।
4. पाचन के लिए
अगर आपको पाचन संबंधी समस्याएं जैसे कि क़ब्ज़, अपच या गैस आदि की समस्या है तो ऐसे में आप सीताफल खा सकते हैं।सीताफल में फ़ाइबर भरपूर मात्रा में उपलब्ध होता है।ये पाचन को सही तरीक़े से होने में मदद करता है। वैसे भी जिन लोगों को क़ब्ज़ या गैस की समस्या होती है उन्हें फ़ाइबरयुक्त फल खाने की सलाह दी जाती है।
5. कोलेस्ट्राल की समस्या में फ़ायदेमंद
शरीर में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल हृदय और ब्लड प्रेशर संबंधी समस्याओं को जन्म देता है। इसलिए शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकना बेहद आवश्यक है। कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित बनाए रखने के लिए सीताफल का सेवन किया जा सकता है। सीताफल में पाया जाने वाला नियासिन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित बनाए रखने में सहायक होता है जिससे कि हार्टअटैक जैसी समस्या से बचा जा सकता है।
6. अस्थमा के लिए
जब हमारे फेफड़ों में सूजन आ जाती है तो ऐसी स्थिति में अस्थमा या दमा की समस्या हो जाती है। फेफड़ों में सूजन आने को इन्फ्लेमेशन भी कहते हैं। सीताफल में एंटी इंफ्रलेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो अस्थमा के घरेलू उपचार में सहायक हो सकते हैं। एक शोध में इस बात का ख़ुलासा किया गया है कि शरीफ़ा का सेवन इन्फ्लेमेशन के ख़तरे को कम कर सकता है। अस्थमा की समस्या होने पर आप सीताफल के अर्क का सेवन कर सकते हैं।
7. प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए सीताफल
गर्भवती महिलाओं को अपने ख़ान पान का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। सीताफल में अनेक ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो गर्भवती महिला और उसके बच्चे दोनों के लिए फ़ायदेमंद होते हैं। सीताफल में पाया जाने वाला आयरन या फोलैट महिला के शरीर में रुधिर की कमी होने से बचाता है। इसके साथ साथ ही ये न्यूरल ट्यूब दोष अर्थात न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट की समस्या से भी निजात देता है। इसी कारण यह बच्चों की रीढ़ और मस्तिष्क में जन्म के समय होने वाले दोष से भी छुटकारा दिलाने में महत्वपूर्ण है। इस तरह सीताफल का सेवन गर्भावस्था को फ़ायदा दे सकता है लेकिन सीताफल गर्भावस्था के लिए वास्तव में फ़ायदेमंद है इसका अभी तक कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। सीताफल में पाए जाने वाले पोषक तत्वों को देखते हुए वैज्ञानिक दावा करते हैं कि यह गर्भावस्था में फ़ायदेमंद होता है लेकिन बेहतर है कि आप इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
8. डायबिटीज़ के ख़तरे को कम करने के लिए
सीताफल में एंटी डायबिटिक गुण पाए जाते हैं जो डायबिटीज़ के उपचार में फ़ायदेमंद होते हैं। रक्त में बढ़ी हुई शुगर या ग्लूकोस शरीर में डायबिटीज़ की स्थिति पैदा करती है। सीताफल इस ग्लूकोस के स्तर में सुधार करने और अन्य ऐसी चीज़ों को नियंत्रित करने में सहायक होता है जो कि डायबिटीज़ की स्थिति पैदा करती हैं। सीताफल के गूदे को निकालकर उसका जूस या स्मूदी बनाकर सेवन किया जा सकता है।
सीताफल भले ही डायबिटीज़ के लिए फ़ायदेमंद हो लेकिन बेहतर है कि आप डायबिटीज़ की स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लें।
9. बालों और त्वचा के लिए
स्वस्थ चमकती त्वचा के लिए सीताफल का सेवन किया जा सकता है। सीताफल में अनेक ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा से टॉक्सिक एलिमेंट्स को हटाने में सहायक होते हैं। सीताफल में पाया जाने वाला विटामिन सी त्वचा को निखार देने में सहायक होता है और इसके साथ साथ ये त्वचा की सूर्य की पराबैंगनी किरणों से रक्षा भी करता है। सिर्फ़ त्वचा के लिए ही नहीं बल्कि बालों के लिए भी सीताफल फ़ायदेमंद है क्योंकि इसमें ज़िंक, कैल्शियम, आयरन तथा मैग्नीशियम आदि पाए जाते हैं जो बालों की जड़ों को मज़बूत बनाते हैं तथा बालों को चमक प्रदान करते हैं।
10. एनीमिया की समस्या से निजात
जब हमारे शरीर में रेड ब्लड सेल्स अर्थात लाल रुधिर कणिकाओं की कमी हो जाती है तो ऐसे में शरीर में खून की कमी होने लगती है।इस मेडिकल कंडिशन को एनिमिया कहते हैं। एनीमिया एक ख़तरनाक बीमारी होती है क्योंकि एनीमिया की समस्या होने पर शरीर के अनेक हिस्सों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है। ऐसी स्थिति में सीताफल का सेवन करने की सलाह दी जाती है। सीताफल में आयरन व फोलैट की प्रचुर मात्रा पाई जाती है।आयरन एक ऐसा तत्व है जो रुधिर के लिए महत्वपूर्ण होता है।
सीताफल के उपयोग का तरीक़ा – Sutafal ke upyog ka tarika
सीताफल को उपयोग में लाने के कई तरीक़े हैं जैसे कि सीताफल के अर्क का सेवन किया जा सकता है। इसके साथ साथ सीताफल की सब्ज़ी बनाकर भी खाई जाती है। कुछ लोग सीताफल के गूदे से बीज निकालकर इसकी स्मूदी बनाकर सेवन करते हैं। सीताफल को पीसकर दूध में मिलाकर मिल्कशेक के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है।
सीताफल के नुक़सान – Sitafal ke Nukasan in Hindi
सीताफल में मैग्नीशियम की प्रचुर मात्रा पाई जाती है इसलिए इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए वरना पेट दर्द और मतली जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सीताफल को इस्तेमाल करने से पहले या देख लें की इस पर किसी तरह का कट न लगा हो या इसे किसी चिड़िया के द्वारा खाया न गया हो।