कहा जाता है कि हरी सब्ज़ियां स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होती हैं जो सच भी है। इन्हीं हरी सब्ज़ियों में पालक का एक महत्वपूर्ण स्थान है। पालक पत्तेदार हरी सब्ज़ी है जो हमारे लिए बेहद लाभदायक है। हम कोई भी चीज़ लें उसके लिए एक अनुपात का होना बेहद ज़रूरी है। पालक को खाना हमारे लिए लाभदायक भी है और नुक़सानदेह भी है। हमें बस यह जानने की ज़रूरी ज़रूरत है कि कब यह हमारे लिए फ़ायदेमंद है और कब यह हमें नुक़सान पहुंचाएगा।आज इस लेख में हम पालक से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा करेंगे जिसमें हम उसके फ़ायदे और नुक़सान भी देखेंगे। सबसे पहले आइए देखते हैं कि पालक में कौन कौन से पोषक तत्वों की कितनी मात्रा पाई जाती है।
प्रति सौ ग्राम पालक में निम्नलिखित पोषक तत्वों की निश्चित मात्रा पाई जाती है-
1. राइबोफ्लेविन- 0.189 मिलीग्राम
2. विटामिन B 6- 0.195 मिलीग्राम
3. कैफ़ीन- 0 मिलीग्राम
4. कोलेस्ट्रॉल- 0 मिलीग्राम
5. सोडियम- 79 मिलीग्राम
6. मैग्नीशियम- 79 मिलीग्राम
7. कैल्शियम- 99 मिलीग्राम
8. पोटैशियम- 558 मिलीग्राम
9. आयरन- 2.71 मिलीग्राम
10. फॉस्फोरस- 49 मिलीग्राम
11. ज़िंक- 0.53 मिलीग्राम
12. प्रोटीन- 2.86 ग्राम
13. कार्बोहाइड्रेट- 3.63 ग्राम
14. एनर्जी- 23 किलो कैलोरी
15. फ़ैट (वसा)- 0.39 ग्राम
16. शुगर- 0.42 ग्राम
17. पानी- 91.40 ग्राम
18. फ़ाइबर- 2.2 ग्राम
पालक के फ़ायदे-
1. स्वस्थ हृदय के लिए
जैसा कि हम जानते हैं कि पालक में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा शून्य होती है।तो अब यदि हम अपने हृदय को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो ऐसे में हम पालक का सेवन कर सकते हैं।
2. मोटापे की समस्या का समाधान
बढ़ता हुआ वज़न शरीर को भद्दा बना देता है। ये शरीर में आलस पैदा करता है जो कई बीमारियों का कारण भी बनता है।जो लोग मोटापे की समस्या से ग्रस्त होते हैं वे ही जानते हैं कि उन्हें किन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मोटापे की समस्या से छुटकारा पाने के लिए वे नित्य नए तरीक़ों का इस्तेमाल करते हैं।पालक एक ऐसी सब्ज़ी है जो मोटापे की समस्या को कम कर सकती है।
पालक में एनर्जी की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है और वहीं दूसरी ओर पालक में कैलोरी की मात्रा कम होती है। इस तरह यह आहार में शामिल होकर हमारे शरीर को मोटापे की समस्या से निजात दिलाने में सक्षम होता है।
3. एनीमिया की समस्या से छुटकारा
एनीमिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें हमारे शरीर में खून की कमी हो जाती है।यह खून की कमी इसलिए होती है क्योंकि शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है।यह एक गंभीर समस्या है जिससे छुटकारा पाना बेहद ज़रूरी है।हमें इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपने शरीर में आयरन की मात्रा को संतुलित करना होता है। पालक में आयरन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है इसलिए पालक से हम एनीमिया का ख़तरा कम कर सकते हैं।
4. आँखों के लिए फ़ायदेमंद
आँखों की सेहत के लिए विटामिन ए से भरपूर चीज़ों का सेवन करना फ़ायदेमंद होता है। यह विटामिन ए हरी सब्ज़ियों ख़ास करके पत्तेदार पालक में भी पाया जाता है। पालक का सेवन करने से मैक्यूलर डीजनरेशन नाम के नेत्र रोग से बचा जा सकता है।
5. ब्लड प्रेशर की समस्या का संतुलन
जैसा कि हम जानते हैं कि पालक हृदय के स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद होता है। दरअसल पालक ब्लडप्रेशर को संतुलित रखने में मदद करता है जिससे कि हृदय संबंधी समस्याओं से काफ़ी हद तक निजात मिलती है। पालक में पाया जाने वाला नाइट्रेट ब्लड प्रेशर को कम करता है या यूं कहें ब्लड प्रेशर को नार्मल करता है। इससे हृदय को तेज़ी से रक्त को शुद्ध करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है जिससे कि उस पर अतिरिक्त भार नहीं पड़ता है। यह स्थिति हृदय की धमनियों और नसों को किसी भी तरह के आघात से बचाती है।
6. हड्डियों के लिए फ़ायदेमंद
पालक हड्डियों को मज़बूत बनाने में सहायक होता है क्योंकि पालक में कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है। पालक हड्डियों के विकास में मदद करता है। इसके साथ साथ पालक लाल रक्त कणिकाओं के निर्माण में भी मदद करता है जिससे कि शरीर में खून की मात्रा बढ़ती है।
7. पाचन संबंधी स्वास्थ्य
फ़ाइबर युक्त चीज़ों का सेवन करने से पाचन स्वास्थ्य सही होता है। फ़ाइबर गैस्ट्रोइंटेंसटाइनल ट्रैक को स्वस्थ्य रखने में एक अहम भूमिका निभाता है। इससे पेट के कैंसर की समस्या को कम किया जा सकता है। जिन लोगों को क़ब्ज़ की समस्या से दो चार होना पड़ता है उनके लिए फ़ाइबर से भरपूर पालक काफ़ी फ़ायदेमंद हो सकता है।
8. गर्भावस्था के दौरान पालक का सेवन
किसी भी महिला के लिए गर्भ के दिन बेहद मुश्किल हो सकते हैं अगर वह अपने खानपान का ध्यान नहीं रखती है तो। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पोषक तत्वों से भरपूर चीज़ों का सेवन करना चाहिए। ऐसे में पालक एक अच्छा उदाहरण हो सकता है।
पालक में पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो महिला के स्वास्थ्य और उसके बच्चे के विकास के लिए फ़ायदेमंद हो सकते हैं। पालक में फ़ाइबर की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है जो कि बच्चे में होने वाले जन्म-दोष के ख़तरे को कम करने में सहायक होता है।
गर्भावस्था के दौरान किसी भी महिला को रक्त से संबंधी कोई भी समस्या न हो इसका ख़याल रखना बेहद ज़रूरी होता है। रक्त की कमी एनीमिया की समस्या को जन्म दे सकता है। यह स्थिति गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा यदि महिला अपने शिशु को ब्रेस्टफ़ीडिंग कराती है तो ऐसे में उसके शरीर में रक्त की पर्याप्त मात्रा होना बेहद ज़रूरी है। पालक का सेवन करके हम इन सभी ज़रूरतों को पूरा कर सकते हैं।
9. त्वचा के लिए वरदान
पालक हमारी त्वचा के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।हम दिन प्रतिदिन अपनी त्वचा पर कई बदलावों का अनुभव करते हैं। कई बार ये बदलाव हमारी त्वचा की सेहत को नुक़सान पहुँचाने वाले होते हैं। बढ़ती उम्र में त्वचा पर झुर्रियों की समस्या देखी जाती है। इसके अलावा सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणें हमारी त्वचा को नुक़सान पहुँचाती हैं। चमकदार त्वचा पाना लगभग हर किसी का सपना होता है लेकिन कई बार हमारी त्वचा का रंग डल होने लगता है। ऐसे में हमें किसी ऐसी औषधि की आवश्यकता होती है जो हमें बिना नुक़सान पहुँचाए फ़ायदा दे। पालक उन्हीं में से एक है।
पालक को पीसकर उसमें तीन चार बूँद शहद मिलाएँ तथा उसे अपनी त्वचा पर लगाएं। यह सन बर्न और त्वचा पर होने वाले किसी भी तरह के दाग़ धब्बे से छुटकारा के लिए एक अच्छी औषधि है। इसके अलावा एंटी एजिंग के लिए हम पालक को पीसकर उसमें नींबू का रस, ज़ैतून का तेल और शहद को मिलाकर त्वचा पर लगा सकते हैं।
पालक त्वचा संबंधी कई समस्याओं का निवारण है। इसके लिए हम एक पूरा लेख लेकर जल्द ही आपके सामने उपस्थित होंगे।
10. बालों के लिए फ़ायदेमंद
जिन लोगों को बाल झड़ने की समस्या है उन्हें पालक का सेवन करना चाहिए। पालक में पाया जाने वाला ज़िंक बालों को बढ़ने में सहायता करता है और वहीं दूसरी ओर बालों को झड़ने से रोकता है। बालों को झड़ने से रोकने के लिए पालक में मैग्नीशियम भी पाया जाता है। पालक को पीसकर उसका हेयर मास्क तैयार करके हम अपने बालों में लगा सकते हैं। ये हमारे बालों को चमक देता है।
पालक को बारीक पीस लें और उसमें चार पाँच बूंद सरसों का तेल मिलाएँ। इसे अच्छे से मिक्स कर लें और फिर अपने बालों में लगाएं।आधे घंटे तक बालों को ऐसे ही छोड़ दें और फिर ठंडे पानी से धो लें। यह बालों को चमक देगा और बालों को मज़बूत भी बनाएगा।
वैसे तो पालक फायदों की एक सम्पूर्ण लिस्ट से भरा हुआ है लेकिन ऐसा ज़रूरी नहीं है कि हर स्थिति में पालक हमें फ़ायदा ही दें। इसके कुछ नुक़सान भी हैं जिनके बारे में हमें जानना अनिवार्य है। कुछ ऐसी स्थितियां हैं जिनमें हमें पालक का बिलकुल भी सेवन नहीं करना चाहिए। तो आइए एक नज़र उन पर भी डालते हैं-
पालक के नुक़सान
1. वैसे तो हमने बात की थी कि गर्भवती महिलाओं के लिए पालक फ़ायदेमंद होता है।लेकिन पालक का ज़्यादा सेवन करना गर्भवती महिलाओं को मुश्किल में डाल सकता है। दरअसल पालक में विटामिन ए की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो जन्म दोष का कारण बन सकती है। वैसे तो पालक गर्भावस्था के दौरान और बाद की बहुत सारी समस्याओं का समाधान करता है लेकिन अगर गर्भवती महिला के शरीर में विटामिन ए की मात्रा ज़्यादा हो जाती है तो ऐसे में यह शिशु के लिए ख़तरा बन सकता है। इसलिए यह ज़रूरी है कि पालक का सेवन सिर्फ़ तभी किया जाए जब कि डॉक्टर से सलाह मशवरा हो गया हो।
2. दूसरे नंबर पर हम बात करेंगे उन लोगों की जो धूम्रपान या स्मोकिंग करते हैं। यहाँ पर भी विटामिन ए के एक फैक्टर की बात आती है। पालक में बीटा कैरोटीन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है जो कि विटामिन ए का ही एक रूप है।
यह तत्व धूम्रपान करने वाले लोगों के लिए कैंसर जैसे ख़तरे को बढ़ावा दे सकता है। इसलिए बेहतर है कि धूम्रपान की लत को छोड़ा जाए और फिर पालक का सेवन किया जाए। धूम्रपान करने वालों को पालक के सेवन से जितना हो सके उतना बचना चाहिए।