लहसुन भारत के अधिकतर घरों में प्रतिदिन इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार 6 प्रकार के स्वाद होतें हैं जिनमें से खट्टे को छोड़कर 5 तरह के स्वाद लहसुन में पाए जाते हैं। अपने इन्ही गुणों के द्वारा लहसुन आपके भोजन में ग़ज़ब का स्वाद डाल देता है। स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ बहुत सी जटिल समस्याओं में लहसुन का उपयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है। एक औषधि के रूप में लहसुन बहुत सी बीमारियों जैसे – ब्लड प्रेसर, गठिया और दांत दर्द जैसी विभिन्न समस्याओं में बहुत कारगर सिद्ध होता है। आपको बता दें की लहसुन का वानस्पतिक नाम एलियम सैटिवुम है और यह एलिएसी कुल का पौधा है।
इस लेख में हम आपको लहसुन से जुड़ी इन सभी ख़ास बातों से अवगत कराने जा रहें हैं। जिनमें लहसुन के फायदे, लहसुन में शामिल पोषक तत्व व इससे होने वाले नुकसान शामिल हैं। आइये अब इन बातों के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।
लहसुन के फायदे – Lehsun ke Fayade in Hindi
1. हाई ब्लड प्रेसर में लहसुन के फायदे – हाई ब्लड प्रेशर के लिए घरेलू उपाय के तौर पर लहसुन का सेवन लाभकारी सिद्ध हो सकता है। लहसुन में पाए जाने वाला बायोएक्टिव सल्फर यौगिक, एस-एललिस्सीस्टीन ब्लड प्रेशर को 10 एम्.एम्.एच.जी. (सिस्टोलिक प्रेशर) और एम्.एम्.एच.जी. (डायलोस्टिक प्रेशर) तक कम करने में सक्षम होता है। शरीर में सल्फर की कमी हो जाने से भी हाई ब्ल्ड प्रेशर की समस्या उत्पन्न हो जाती है, इसलिए शरीर को ऑर्गनोसल्फर यौगिकों वाले पूरक आहार की आवश्यकता होती है जो लहसुन के सेवन से पूरी हो जाती है और ब्लड प्रेसर को स्थिर रखने में सहायता मिलती है।
2. बालों के लिए लाभकारी है लहसुन – लहसुन का सेवन बालों के लिए भी फायदेमंद होता है। एनसीबीआई पत्रिका के द्वारा प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक़ लहसुन का जेल और बीटामेथासोन वैलेरेटका का मिश्रण, एलोपेसिया एरेटा (जो की बाल झड़ने की बीमारी है) की समस्या से बचा सकता है। समस्या बढ़ने पर डॉक्टरी सलाह लेने में देरी करना आपकी समस्या बढ़ा सकता है।
3. योनी संक्रमण के लिए लहसुन – ज्यादातर महिलायें योनि संक्रमण जैसी गंभीर समस्या के बारे में सबके साथ चर्चा करने में असमंजस महसूस करती हैं। जिसके फलस्वरूप सही समय पर इलाज न मिलने से कई बार यह समस्या गंभीर बीमारी का रूप ले लेती है। इस विषय में किए गए कुछ रीसर्च में यह बात सामने आई है कि लहसुन से बनी वैजिनल क्रीम से योनि संक्रमण को बहुत हद तक ठीक किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, लहसुन में एंटी-फंगल गुण भी व्याप्त होते हैं, जो फंगल इन्फेक्सन से आराम दिलाने का कार्य करते हैं।
4. इम्युनिटी बढ़ाने में लहसुन – शरीर को स्वस्थ रखने, रोगों से लड़ने व उनसे बचने के लिए शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता की एक अहम् भूमिका होती है। ऐसे में लहसुन की कली का सेवन करना रोग-प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने व उसे बढ़ाने में मददगार साबित होता है। साथ ही लहसुन तब और अधिक फायदेमंद हो जाता है, जब वह पुराना हो। रिसर्चर्स ने यह भी पाया है कि लहसुन के सेवन से मानव शरीर में कई तरह की प्रतिरक्षा कोशिकाओं की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।
5. गर्भावस्था में लहसुन के फायदे – गर्भावस्था के प्रारम्भिक दिनों में लहसुन की सीमित मात्रा को अपनी डाईट में शामिल किया जा सकता है। एक स्टडी के अनुसार जानवरों पर किये एक शोध में पाया गया कि गर्भवती और भ्रूण दोनों के लिए ही प्रेगनेंसी के दौरान लहसुन लाभकारी सिद्ध हो सकता है। परन्तु गर्भवती स्त्रियों को इसका सेवन करने से पहले एक बार अपने चिकित्सक से सलाह ले लेनी चाहिये।
6. लहसुन के फायदे दांत दर्द में – लहसुन में निहित एलिसिन खराब बैक्टीरिया को रोकता है जिनके बढ़ने से दांत ख़राब होने का खतरा होता हैं। दांत दर्द से आराम दिलाने में लहसुन बहुत ही प्रभावी होता है। लहसुन में निहित एंटी-बैक्टीरियल और एनाल्जेसिक गुण दर्द कम करने का कार्य करते हैं। दांत के दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए लहसुन का तेल या क्रश किये गए लहसुन के एक टुकड़े को दर्द हो रहे दाँत और आसपास के मसूड़ों पर लगाना चाहिए है।
7. लहसुन कैंसर रोकने में भी है सहायक – लहसुन में कैंसर विरोधी गुण भी व्याप्त होता है। खासकर, यह कैंसर के ट्यूमर में खून के प्रवेश को बाधित करता है। लहसुन का उपयोग पेट, गैस्ट्रिक और कोलन कैंसर में विशेष रूप से फायदेमंद होता है। लहसुन कुछ प्रकार के ट्यूमर्स के विकास को बाधित कर देता है और साथ ही कुछ ट्यूमर्स के आकार को भी कम करने में सहायक होता है। लहसुन में उपस्थित एलिल सल्फर यौगिक, कैंसर कोशिका के विकास की गति को धीमा करने में सक्षम होते हैं। यदि आपके पारिवारिक इतिहास में कैंसर से कोई पीड़ित रहा हो तो आपको कई प्रकार के कैंसर के खतरे को कम करने के लिए लहसुन का नियमित रूप से सेवन अवश्य करते रहना चाहिए।
8. पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में लहसुन – पाचन शक्ति को बढ़ाने व पेट के विभिन्न कार्यों को नियंत्रित करने के लिए लहसुन बहुत फायदेमंद होता है। लहसुन डाईजेस्टिव सिस्टम के लिए सबसे उपयोगी खाद्य पदार्थों में से है। यह लिम्फ पर लाभकारी प्रभाव डालने के है साथ-साथ शरीर में मौजूद नुकसानदायक पदार्थों का खात्मा करने में भी सहायक होता है। इसके अतिरिक्त यह पाचन रस के स्राव को भी बढ़ाता है।
लहसुन में पाए जाने वाले पोषक तत्व
पोषक तत्व मात्रा
- कार्बोहाइड्रेट 33.06 ग्राम
- एनर्जी 149 कैलोरी
- प्रोटीन 6.6 ग्राम
- फैट 0.5 ग्राम
- डाईटरी फाइबर 2.1 ग्राम
- कोलेस्ट्रोल 0 मिलीग्राम
लहसुन के नुकसान – Lahsun ke Nuksan in Hindi
अगर आपको लहसुन से एलर्जी नही है तो आप बेझिझक इसका सेवन कार सकते हैं, परन्तु किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन सही मात्रा व सही समय पर करना अनिवार्य है अन्यथा उसके दुष्परिणाम भी सकते हैं। लहसुन के कुछ दुष्परिणाम इस प्रकार हैं।
1. लहसुन के अधिक सेवन से आपके शरीर व मुँह से दुर्गन्ध आ सकती है।
2. लहसुन के सप्लीमेंट्स या पूरक का सेवन प्रेग्नेंट महिलाओं को नहीं करना चाहिए।
3. लहसुन का सेवन पेट फूलना, गैस, खराब पेट, ब्लोटिंग जैसी समस्या उत्पन्न कर सकता है। यदि आप पेट या इससे जुड़ी किसी समस्या से जूझ रहें हैं, तो लहसुन का सेवन सावधानी के साथ करें।
4. कच्चे लहसुन के सेवन से भी सीने में जलन व पेट सम्बन्धी समस्याएं हो जाती हैं।
5. जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की शिकायत है, उन्हें लहसुन का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करनी चाहिए। लहसुन हाई ब्लड प्रेशर के लिए फायदेमंद होता है, ऐसे में लो ब्लड प्रेशर में यह नुकसानदायक साबित हो सकता है।
तो इस प्रकार अब आप लहसुन से जुड़ी इन सभी महत्वपूर्ण बातों को भली भाँती समझ गये होंगे। किसी भी प्रकार की शंका होने पर इस लेख पर टिप्पणी कर हमे अवगत कराएं।