चौलाई के फायदे और नुकसान

चौलाई के फायदे स्वस्थ होने में मदद करते हैं। इसी को देखते हुए चौलाई का इस्तेमाल दैनिक आहार में किया जाने लगा है। चौलाई को राजगिरा नाम से भी जाना जाता है इसका वैज्ञानिक नाम amaranthus होता है। चौलाई का उपयोग लड्डू, हलवा आदि के रूप में किया जाता है। व्रत के समय भी इसका ज्यादा प्रयोग देखने को मिलता है। चौलाई आपको भारत के अधिकांश राज्यों में मिल जाएगा चौलाई खाने के कई स्वास्थ्य संबंधी फायदे हम आपको इस लेख में बताएंगे।

चौलाई के पोषक तत्व

पोषक तत्व        मात्रा प्रति 100 ग्राम

  1. पानी- 11.29g
  2. ऊर्जा- 371kcal
  3. प्रोटीन- 13.56g
  4. कुल लिपिड (वसा)- 7.02g
  5. कार्बोहाइड्रेट- 65.25g
  6. फाइबर, कुल डाइटरी- 6.7g
  7. शुगर, कुल- 1.69g
  8. कैल्शियम- 159mg
  9. आयरन- 7.61mg
  10. मैग्नीशियम- 248mg
  11. फास्फोरस- 557mg
  12. पोटैशियम- 508mg
  13. सोडियम- 4mg
  14. जिंक- 2.87mg
  15. विटामिन सी, कुल एस्कॉर्बिक एसिड-        4.2mg
  16. थायमिन-          0.116mg
  17. राइबोफ्लेविन- 0.200mg
  18. नियासिन- 0.923mg
  19. विटामिन बी-6- 0.591mg
  20. फोलेट, डीएफई- 82μg
  21. विटामिन बी-12- 0.00μg
  22. विटामिन ए, आरएइ- 0μg
  23. विटामिन ए, आईयू- 2IU
  24. विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल)- 1.19mg
  25. विटामिन डी (डी2+डी3)- 0.0μg
  26. विटामिन डी- 0IU
  27. विटामिन के- 0.0μg
  28. फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड- 1.459g
  29. फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड- 1.685g
  30. फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड- 2.778g
  31. कोलेस्ट्रॉल- 0mg

चौलाई के फायदे

1. प्रोटीन के लिए

प्रोटीन के लिए हम ज्यादातर बाजार में बिकने वाले प्रोडक्ट प्रयोग करते हैं जो कुछ हद तक फायदा देते हैं लेकिन नुकसान पहुंचाने में कसर नहीं छोड़ते हैं परंतु चौलाई प्रोटीन का मुख्य स्रोत है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है जो हमारी कोशिकाओं की मरम्मत करने और नई कोशिकाओं को बढ़ने में मदद कर सकता है। चौलाई का उपयोग हम प्रोटीन के रूप में कर सकते हैं।

2. हृदय स्वास्थ्य के लिए

चौलाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर सकता है। क्योंकि चौलाई में हृदय को स्वस्थ रखने के गुण होते हैं। जो रक्त में कोलेस्ट्रॉल और हार्ट अटैक जैसी समस्या को होने नहीं देता है एक शोध के अनुसार चौलाई का तेल ट्राइग्लिसराइड और एलडीएल को कम कर सकता है और हृदय से जुड़े अन्य रोगों से भी निजात दिला सकता है।

3. डायबिटीज के लिए

डायबिटीज को नियंत्रित रखने में चौलाई मुख्य भूमिका निभा सकता है। एक अध्ययन के अनुसार यह पता चला कि चौलाई के तेल में सप्लीमेंट एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो हाइपोग्लाइसीमिया यानी कि हाई ब्लड शुगर को ठीक करने में मदद कर सकता है चौलाई के तेल का मिश्रण सिरम इन्सुलिन की पर्याप्त मात्रा बढ़ा सकता है और डायबिटीज के लक्षणों को कम कर सकता है। एक अन्य शोध में मालूम हुआ कि पर्याप्त इंसुलिन की मात्रा के बिना खून में मौजूद अधिक ग्लूकोज टाइप 2  डायबिटीज का कारण बन सकता है। लेकिन चौलाई के सेवन से इस समस्या से कुछ हद तक डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है।

4. हड्डियों के लिए

हड्डियों के लिए कैल्शियम जरूरी होता है जो उनके विकास के लिए और मजबूती के लिए जरूरी है। कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाने के लिए चौलाई  का उपयोग कर सकते हैं। चौलाई में मौजूद कैल्शियम हमारी हड्डियों के विकास के लिए मदद कर सकता है।

5. कैंसर के लिए

कैंसर जैसी घातक बीमारी के लक्षणों को कम करने में चौलाई का उपयोग किया जा सकता है। चौलाई में विटामिन-E पाया जाता है जो एक एंटी ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और फ्री रेडिकल्स से कोशिकाओं को बचाने में मदद करता है। चौलाई में इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के गुण होते हैं। जो कैंसर के लक्षणों को कम करने में भी मदद कर सकते हैं।

6. प्रतिरोधक क्षमता के लिए

चौलाई के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। क्योंकि चौलाई में जिंक की मात्रा होती है जो इम्यून सिस्टम को बढ़ाने का काम कर सकती है। जुलाई में विटामिन-ए भी पाया जाता है जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट कर सकता है। प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में चौलाई काफी मदद कर सकता है।

7. पाचन शक्ति के लिए

पाचन स्वस्थ रहता है तो हम स्वस्थ रहते हैं पाचन को स्वस्थ रखने के लिए चौलाई अपनी भूमिका निभा सकता है। चौलाई में फाइबर होता है। जो पाचन क्रिया के साथ कब्ज जैसी समस्या से आराम दिलाने में मदद कर सकता है।

8. बालों और त्वचा के लिए

स्वास्थ्य बाल सभी को चाहिए होते हैं जो हम चौलाई का सेवन करके पा सकते हैं। चौलाई में जिंक पाया जाता है। जो बालों को झड़ने से रोकने में मदद करता है।और सिर में होने वाली खुजली को भी कम करने में सहायक हो सकता है

स्वस्थ त्वचा के लिए हम अनेक तरह के प्रोडक्ट प्रयोग करते हैं परंतु वह नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। स्वस्थ त्वचा के लिए चौलाई का प्रयोग कर सकते हैं। चौलाई में विटामिन-सी पाया जाता है। जो त्वचा के लिए वरदान है। विटामिन-सी त्वचा से मुंहासे और UV-किरणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है। त्वचा के बेहतर स्वास्थ्य के लिए चौलाई अच्छा परिणाम दे सकता है।

9. एनीमिया के लिए

एनीमिया शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण होता है जिसका मुख्य कारण है पौष्टिक आहार न लेना इस घातक बीमारी से बचने के लिए चौलाई का सेवन कर सकते हैं। चौलाई में आयरन की मात्रा पाई जाती है जो लाल रक्त कोशिकाओं के विकास में मदद करती है। आयरन एक पोषक तत्व है जो रक्त के लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने के लिए काम करता है।

10. आंखों के लिए

चौलाई में विटामिन-A पाया जाता है जो आंखों के लिए जरूरी है चौलाई के सेवन से आंखों की दृष्टि को बरकरार रखा जा सकता है। विटामिन-A आंखों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है। चौलाई का सेवन बढ़ती उम्र के साथ घट रही द्रष्टि को ठीक करने में किया जा सकता है।

11. वजन नियंत्रण के लिए

वजन नियंत्रण के लिए चौलाई का उपयोग किया जा सकता है। चौलाई में फाइबर पाया जाता है जो वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। चौलाई पाचन क्रिया को भी स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन ज्यादा देर तक पेट भरा रहता है जिससे ज्यादा भूख नहीं लगती है और वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

12. सूजन के लिए

सूजन को कम करने में चौलाई मदद कर सकता है। सूजन की समस्या को दूर करने में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण अपना काम बखूबी करता है। चौलाई का सेवन सूजन जैसी समस्याओं को कम करने में किया जा सकता है।

चौलाई के नुकसान

  • चौलाई में फाइबर की मात्रा पाई जाती है। इसके अधिक सेवन से पेट में ऐठन और पेट फूलने जैसी समस्या हो सकती है।
  •  चौलाई का ज्यादा सेवन, किडनी स्टोन और ब्लड प्रेशर की समस्या को बढ़ा सकता है क्योंकि इसमें पोटेशियम होता है।
  • चौलाई का ज्यादा सेवन। प्रोस्टेट कैंसर! और हृदय रोग जैसी बीमारी बढ़ा सकता है क्योंकि इसमें कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है जो इन समस्याओं को पैदा कर सकती है।
  • चौलाई में फास्फोरस भी पाया जाता है जिसका ज्यादा सेवन हड्डियों को कमजोर कर सकता है।
  • चौलाई के ज्यादा इस्तेमाल से बचें क्योंकि यह क्रॉनिक बीमारियां जैसे कैंसर आदि की समस्या पैदा कर सकता है।

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चौलाई के फायदे और नुकसान