बादाम ( अंग्रेजी: आलमंड) एक तरह का मेवा कहलाया जाता है। संस्कृत भाषा में इसे वाताद, वातवैरी आदद कहा जाता है। लैदिन में इसे ऐममगडलस कम्युननज कहते है। आयुवेद के अनुसार इसको बुद्धि और नसों के लिए गुणकारी माना गया है। एक तोला (28 ग्राम) बादाम में 160 मात्रा कैलोरी पाया जाता है इसलिए शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध हुआ है। लेकिन जैसा की हमे पता है अति हर चीज़ की बुरी होती है इसी तरह अधिक मात्रा में बादाम खाने पर मोटापा भी दे सकता है। बादाम में कार्बोहइड्रेट की मात्रा कम होती है इसी कारण मधुमेह के मरीज भी इसका सेवन कर सकते है। इसमें संतृप्त वसीय अम्ल बहुत कम और कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है। बादाम का पेड़ भी आड़ू की तरह ही दिखाई देता है। एशिया के भारत और जापान जैसे देशों में बादाम की खेती अधिक होती हैं। बादाम का उपयोग हम लोग खाने के अलावा चॉकलेट और दूध से बनने वाले खाने के उत्पादनों में उपयोग में लाते है।
बादाम का रोजाना सेवन से हमारी स्मरण शक्ति भी तेज़ रहती है। अनेक शोध से ज्ञात हुआ है कि रोजाना उचित मात्रा में बादाम का सेवन करने से मोटापे में भी बढ़ोतरी नही होती और शरीर की लाखों रोगों का निवारण होता है।
बादाम के फायदे:
1. खासी में उपयोगी:
बादाम के खाने से गला तर रहता है तथा खासी में लाभ होता है, लेकिन कफ अगर बाहर न निकल रहा हो तो बादाम के साथ सोंठ मिलाकर खाने से भी फायदा होता हैं।
2. याददाश्त में वृद्धि:
शरीर का महत्वपूर्ण भाग “दिमाग” को स्वस्थ रखने और उसकी याददाश्त को बढ़ाने और उसमे वृधि करने में महत्वपूर्ण योगदान है।
3. रोग में लाभ:
चेचक(chicken pox), पीमलया (Jaundice) जैसी बीमाररयों के मलए मभगे हुए बादाम खाने से रोग में लाभ होता हैं।
4. आंखों की रोशनी में:
आंखों की रोशनी में बढ़ोतरी होती हैं।
5. दाँतो के लिए:
दाँतो में खटापन होने पर बादाम का सेवन करना लाभदायक सिद्ध होता हैं।
6. सिर दर्द होने पर:
सिर दर्द होने पर बादाम के तेल से सिर की मालिश करने पर सिर का दर्द दूर हो जाता है।
7. पेशाब में जलन होने पर:
5 भिगे बादाम और 7 इलायची स्वाद अनुसार एक ग्लास पानी में मिलाकर खाने से पेशाब की जलन में लाभ मिलता है।
8. बंद आवाज खोलने के लिए:
5 बादाम के साथ 5 कालीमिर्च को पीसकर गुनगुने पानी के साथ खाने में बंद आवाज में राहत मिलती हैं।
9. मुँह के सौंदर्य में:
2-3 बादाम को पीसकर, 1 केसर की पत्ती का मिश्रण बना कर मुँह पर लगाने से त्वचा के सौंदर्य में निखार आता है और त्वचा में गुलाबीपन नजर आता है।
10: भुख से दूर रखने में:
बादाम में विटामिन सी, विटामिन ई, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम और फॉस्फोरस पाये जाते है। ये पाचन शक्ति को दुरुस्त, दिल के रोगों से बचने व आपको ज्यादा देर तक भुख से दूर रखने मैं सहायक होता है।
11. इसमें अन्य पोषक तत्वों के अलावा स्टेपी ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) भी मौजूद होता है, जो मधुमेह के रोगों ,ब्लड शुगर के अनुपात को सही रखता है।
12. बादाम का गर्भावस्था में फायदा:
बादाम में फोलिक एसिड होता है, जो नवजात शिशुओं के जन्म में दोषों की घटनाओं को कम करने में मदद करता है। यह स्वस्थ कोशिका व्रद्धि और ऊतक गठन को उत्तजित करता है।
बादाम के नुकसान
बादाम के फायदे होने के साथ साथ नुकसान भी है।
1. दवा के साथ दुष्प्रभाव:
बादाम का सेवन करने के साथ साथ अगर मैंगनीज का भी सेवन हो रहा हैं तो इसका दुष्प्रभाव भी होता है।
2. अधिक मात्रा में विटामिन ई:
हमे रोज 15 किलोग्राम विटामिन ई की आवश्यकता होती है लेकिन अधिक मात्रा में उपभोग करने से दस्त,पेट फूलना, सिर दर्द, चक्कर और सुस्ती जैसे समस्या हो सकती है।
3. एलर्जी :
एलर्जी में इसका अधिक मात्रा में सेवन करना दुर्लभ, नुकसान दायक साबित हो सकता है
4. पथरी की बीमारी में:
जो लोग पथरी या गॉल ब्लैडर जैसी बीमारी से परेशान हैं उन्हें बादाम का सेवन नहीं करना चाहिए। बादाम में ऑक्सलेट अधिक होता है जो ऐसे लोगों को ठीक नहीं है।