गर्भावस्था के 24वें सप्ताह के आने पर आपकी दूसरी तिमाही का अंत और तीसरी तिमाही की शुरुआत का समय आ जाता है। आप के प्रसव में किसी भी प्रकार की समस्या न हो इसलिए आपको नियमित रूप से सभी आवश्यक जांच कराते रहना चाहिए। हालाँकि अब आपको बहुत सी आवश्यक सावधानियाँ बरतनी होंगी एवं गर्भावस्था के हर पड़ाव से आपका पूरी तरीके से परिचित होना भी आवश्यक है। इसलिए इस लेख में हम आपको गर्भावस्था के 24वें सप्ताह से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातें जैसे – इस सप्ताह के लक्षण, बच्चे में होने वाले बदलाव, खान-पान व बरतने वाली सभी ज़रूरी सावधानियों से अवगत कराने जा रहें हैं।
गर्भावस्था के 24वें सप्ताह के लक्षण
1. सिर दर्द और नाक बंद – सिर दर्द और नाक बंद होने कारण मुख्यतः म्यूकस झिल्ली में सूजन आना होता है। गर्भावस्था के इन दिनों में ऐसा होना स्वाभाविक है।
2. त्वचा में खुजली – आपका पेट बढ़ने के कारण आपके पेट और स्तनों के चारो ओर की त्वचा शुष्क हो जाती है, जिसके कारण आपकी त्वचा में खुजली होने लग जाती है।
3. यूरीन पास करने की इक्षा – इस दौरान आपका बढ़ता हुआ बच्चा आपके मूत्राशय पर अधिक दबाव डालने लग जाता है। जिससे आपको बार-बार यूरीन पास करने की इक्षा होती है।
4. जोड़ो में झुनझुनी – आप अपने जोड़ो में झुनझुनी जैसी चीजें महसूस कर सकती हैं, जिसे कार्पल टनल सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है।
5. बेचैनी और तनाव – इस हफ्ते भावनात्मक रूप से आप बेचैनी व तनाव महसूस कर सकती हैं, लेकिन आपको इसके बजाय खुश रहना चाहिए।
गर्भावस्था के चौबीसवें हफ्ते में बच्चे का विकास
इस समय आपका शिशु एक मक्के के बाली के आकार का होता है। जिसका वजन लगभग 600 ग्राम और लम्बाई लगभग 11.8 अर्थात 30 सेंटीमीटर होती है।
इस सप्ताह से उसका वजन बढ़ना शुरू हो जाता है। मस्तिष्क के विकास के साथ-साथ उसके फेफड़े व स्वाद ग्रंथियां भी तेज़ी से विकसित हो रहीं होती हैं। बच्चे की कान की हड्डियां अब सख्त हो जाती हैं और वो बाहर की ध्वनियों को सुनकर उस पर प्रतिक्रिया भी देने लग जाता है।
आपके शिशु की त्वचा लाल और झुर्रीदार दिखाई देती है। इसी के साथ अब आपका बच्चा धीरे-धीरे एक नवजात शिशु के आकार में आने लगता है।
गर्भावस्था के 24वें सप्ताह के लिए आहार
अब आपको हम इस सप्ताह खान-पान से जुड़ी सभी सावधानियों से अवगत कराने जा रहें हैं। जिनमें इस हफ्ते क्या खाने योग्य है और किन चीजों से आपको परहेज करना है, ये जानने को मिलेगा।
1. स्वस्थ पेय पदार्थ – गर्भावस्था में स्वस्थ पेय पदार्थों की एक अलग भूमिका है। इनके सेवन से आप हाइड्रेटेड रहने के साथ बहुत से आवश्यक विटामिन्स की भी प्राप्ति कर पाती हैं। इसके लिए तरबूज, चुकंदर और गाजर के रस का सेवन करना चाहिए।
2. विटामिन ए – विटामिन ए दृष्टि को बढ़ाने व कोशिकाओं के विकास में सहायता का कार्य करता है। इसकी आपूर्ति के लिए आपको अंडे की जर्दी, दूध व डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करना चाहिए।
3. विटामिन सी – इस समय आपके शरीर में रक्त की मात्रा अधिक हो जाने के कारण आपके मसूड़ो से रक्तस्त्राव हो सकता है। इससे बचने के लिए विटामिन सी युक्त भोजन करना चाहिए। इसके लिए आपको खट्टे फल जैसे – संतरा और नीम्बू का सेवन करना चाहिए।
4. फास्ट फ़ूड – इस समय आपको फ़ास्ट फ़ूड बिलकुल नहीं खाना चाहिए। क्योंकि उसकी उच्च कैलोरी आपके ग्लूकोज लेवल को प्रभावित कर सकती है।
5. मसालेदार भोजन – ऐसे तो गर्भावस्था में कब्ज व सीने में जलन जैसी समस्या होती ही है, लेकिन अगर आप मसालेदार भोजन करती हैं तो यह आपकी समस्या और बढ़ाएगा।
6. शराब व धूम्रपान – शराब व धूम्रपान आपको ही नहीं बल्कि आपके बच्चे की भी सेहत पर बुरा असर डालता है। इसलिए इन दोनों से ही आपको पर्याप्त दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
गर्भावस्था के चौबीसवें सप्ताह के लिए सलाह
1. इस समय आपको ढीले-ढाले कपड़ो के साथ आरामदायक चप्पलें पहननी चाहिए।
2. इस दौरान आपका हाइड्रेटेड रहना भी बहुत ज़रूरी है। इसके लिए आपको भरपूर मात्रा में तरल पदार्थों व जल का सेवन करना चाहिए।
3. घर के बने भोजन का ही सेवन करें एवं जूस आदि भी घर पर बनाकर ही पीयें। इससे आप संक्रमण से बची रहेंगी।
4. कब्ज से निजात पाने के लिए फाइबर युक्त फलों व खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
5. अपने शरीर को भरपूर आराम दें और सभी प्रकार की चिंताओं व तनाव से मुक्त रहने का प्रयास करें।
आशा करता हूँ अब आप गर्भावस्था के इस सप्ताह से जुड़ी सभी बातों को भलीभाँति समझ गयीं होंगी। आपको आपके होने वाले शिशु के लिए ढेरों शुभकामनाएं।