कई लोगों को फूलों का बहुत ज्यादा शौक होता है अकसर लोग अलग-अलग फूलों के पौधे घर में लगाकर सजाते हैं। हर फूल हर किस्म को खूबसरती को बयां करता है लेकिन क्या आपको पता है फूल के इस्तेमाल से कई बीमारियों का इलाज भी किया जा सकता है ऐसे ही उन्ही फूलों में से एक फूल है गेंदे का। गेंदे का फूल का इस्तेमाल बीमारियों के इलाज में किया जाता है, इसमें कई सारे औषधीय तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे के लिए काफी लाभदायक होते हैं।
औषधीय गुण – एंटी-बायोटीक के रूप में होता है गेंदे का फूल, आँखों की बीमारियों से रखे दूर, त्वचा को जवान और चमकदार बनाने में करे मदद, इत्र बनाने में होता है इस्तेमाल, नेचुरल कलर भी होता है तैयार।
गेंदे के फूल के फायदे:-
गेंदे के फूल चेहरा रखे खूबसूरत और चमकदार:
गेंदे का फूल एक अच्छा प्राकृतिक ब्यूटी प्रोडक्ट है जिसके इस्तेमाल से साइड इफ़ेक्ट भी नहीं होता और जो लोग सुंदर दिखना चाहते हैं वे गेंदे के फूल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
गेंदे का फूल सूजन कम करने में करे मदद:
गेंदे के फूल में दर्द को कम करने वाले औषधीय गुण पाए जाते हैं इसीलिए अगर को भी दर्द की शिकायत रही है तो गेंदे के फूल का इस्तेमाल कर दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।
गेंदे का फूल मुहासे करे खत्म:
गेंदे के फूल में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी- इंफ्लेमेंट्री गुण पाए जाते हैं जिससे मुहासों को खत्म करने में यह काफी लाभदायक होता है इसे प्रयोग में लेने से त्वचा भी साफ़ और सुंदर रहती है।
गेंदे का फूल ठंड, बुखार से दिलाये राहत:
गेंदे के फूल में एंटी- बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण अधिक मात्रा में पाए जाने के कारण इसका उपयोग बुखार और ठण्ड जैसी समस्या से बचने के लिए किया जाता है।
गेंदे का फूल आँखों की समस्या के लिए:
गेंदा का फूल आँखों की समस्या से बचने के लिए बेहतर उपाय है यह संक्रमण को रोकता है और इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है।
उपयोग का तरीका:-
- गेंदा की पत्तियों का रस निकालकर कान में डालने से दर्द खत्म हो जाता है।
- गेंदा के पत्तों को सुखाकर मिश्री के साथ दिन में नियमित 2 बार खाने से पुरुषों में मर्दांगनी की क्षमता बढ़ती है।
- सूखे हुए गेंदे के फूल को मिश्री के साथ खाने की सलाह खांसी रोगियों को भी दी जाती है।
गेंदे के फूल के नुकसान:-
- गेंदे के फूल से एलर्जी का खतरा हो सकता है और रैशेज भी हो सकते हैं।
- गेंदे के फूल का अधिक उपयोग फर्टिलिटी को कम कर देता है।
- गेंदा पीरियड्स को प्रभावित करता है इसीलिए पीरियड्स के दौरान इसका इस्तेमाल न करें।