गर्भ में बच्चे की हलचल बंद हो जाए तो क्या करें?

आपके अंदर एक नन्ही जान पल रही है, जिसे सिर्फ आप महसूस कर सकती हैं – यह सोचना ही कितना रोमांचक होता है! हर माँ का अपने गर्भस्थ शिशु से एक अनूठा रिश्ता होता है। शिशु का गर्भाशय में हलचल करना इस संबंध में एक अहम मील का पत्थर है। हालांकि, कई मामलों में यह देखा गया है कि कुछ समय के उपरांत बच्चा हलचल करना बंद कर देता है। आज हम इसी विषय में बात करेंगे – ऐसी अवस्था कब और क्यों उत्पन्न होती है, और इसका समाधान क्या है।

सबसे पहले यह जान लेना आवश्यक है कि गर्भस्थ शिशु की हलचल होना‌ महत्वपूर्ण क्यों है। दरअसल, भ्रूण की हलचल ही गर्भाशय के अंदर उसके संपूर्ण विकास की सूचक होती है। यह गर्भवती महिला को उसके शिशु की शारीरिक व मानसिक वृद्धि से अवगत कराता है। ये क्रियाकलाप भ्रूण की सरसराहट, कुलबुलाहट व लात मारने के रूप में ‌होते हैं और पूर्णतः उसके विकास चरण पर आधारित होते हैं।

गर्भस्थ शिशु की हलचल रुक जाने के कई कारण हो सकते हैं

🔸असामयिक गर्भधारण
🔸 भ्रूण की निद्रावस्था
🔸गर्भवती स्त्री द्वारा धूम्रपान, मद्य आदि का सेवन
🔸भ्रूण तक पर्याप्त अॉक्सीजन व पोषक तत्वों का न पहुंच पाना
🔸 एम्नियोटिक द्रव ( एम्नियोटिक थैली में उत्पादित होने वाला पीला‌ द्रव, जो बाहरी आघातों से शिशु की रक्षा करके मांसपेशियों व हड्डियों के निर्माण में सहायक है) की मात्रा में कमी

जो महिलाएं पहली बार गर्भ धारण कर रही हैं उन्हें इस हलचल का आभास गर्भावस्था के 20वें हफ्ते तक होता है, अन्य‌था आपका बच्चा 16वें हफ्ते के आसपास ही हिलना-डुलना आरंभ कर देगा। दूसरी तिमाही के अंत तक इन क्रियाओं का अनियमित होना सामान्य है। परंतु 24वें सप्ताह के बाद यदि आपका बच्चा लगातार 24 घंटे तक कोई हलचल ना दिखाए, तो तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लें।

इस समस्या का अस्थायी समाधान आप इस प्रकार कर सकते हैं

🔸 अपने पेट पर हल्के हाथ से मालिश करें। ध्यान रहे, शिशु पर अत्यधिक दबाव न‌ पड़े। संभवतः आपका शिशु हिलकर प्रतिक्रिया दे।
🔸मेवे, हरी पत्तेदार सब्जियों खदि का सेवन करके अपने अंदर एड्रिनलिन हॉर्मोन का स्तर बढ़ाएं। यह आपके साथ-साथ शिशु को भी उत्साहित करेगा।
🔸गुनगुने पानी से स्नान‌ करें। तापमान में अचानक हुए इस बदलाव पर आपको प्रतिक्रिया अवश्य मिलेगी।
🔸कई बार हम किसी काम में व्यस्त होने के कारण इन क्रियाओं को नज़रंदाज़ कर देते हैं। अतः आराम से लेट जाएं और अपने शिशु पर ध्यान केंद्रित करें। संभवतः वो हलचल कर रहा हो।
🔸मां और बच्चे का आंतरिक‌ संबंध अखंडनीय है। अतः अपने शिशु से बात करें, या ऊंचे स्वर में गाएं। शिशु अवश्य प्रतिक्रिया देगा।

गर्भ में शिशु का निरंतर हलचल करना उसके उत्तम स्वास्थ्य का प्रमाण माना गया है। कई बार यह भी देखा गया है कि लंबे समय तक शिशु की हलचल बंद रहना इस बात का सूचक है कि शिशु को गंभीर क्षति पहुंची है। अतः ऐसी अवस्था को हल्के में न लें। तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें।

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