गर्भावस्था का सातवाँ हफ्ता अर्थात यह आपकी प्रेगनेंसी का फर्स्ट ट्राइमेस्टर का दूसरा महीना है। इस दौरान आपके एवं आपके भ्रूण के अंदर बहुत से बदलाव हो रहें हैं। अगर अभी तक आप अपनी गर्भावस्था को लेकर किसी डॉक्टर से नहीं मिली हैं तो अब देरी न करें और जल्द से जल्द किसी अच्छे डॉक्टर से अपना चेकअप कराएं। इसी के साथ आपको इस हफ्ते के लक्षण, भ्रूण के विकास, खान-पान व आवश्यक सावधानियों के बारे में भी जान लेना चाहिए। जिसका सम्पूर्ण विवरण आगे हम इस लेख में देने जा रहें हैं।
सातवें सप्ताह के लक्षण
1. उल्टी व सीने में जलन – इस हफ्ते भी आपको पहले जैसे लक्षण ही दिखाई देंगे लेकिन उसकी तीव्रता बढ़ जायेगी। उल्टी, मितली आना व सीने में जलन जैसी समस्या थोड़ी बढ़ेगी।
2. कब्ज – इस हफ्ते आपको कब्ज की शिकायत शुरू हो सकती है क्योंकि अब आपकी बड़ी आंत थोड़ी धीमी हो जाती है और प्रॉजेस्टरोन हॉर्मोन का इसके ऊपर धीमा करने वाला प्रभाव रहता है।
3. मुँह से अधिक लार आना – इस दौरान आपको मुँह से अधिक लार आने लगेगा और आपको इसके कारण उसे निगलना भी पड़ सकता है।
4. मुंहासे(एक्ने) होना – इस हफ्ते आपको आपके फेस पर मुंहासे होते नज़र आ सकते हैं जिसका कारण आपके शरीर में होने वाले हार्मोन्स का उतार चढ़ाव होता है।
5. अधिक थकान होना – इस हफ्ते आपको बहुत थकान महसूस होगी। अगर आप पर्याप्त नींद ले रहीं हैं फिरभी थकान लगना संभावित है।
सातवें सप्ताह में भ्रूण का विकास
इस सप्ताह आपका बेबी तेज़ी से विकास कर रहा होता है और उसका आकार ब्लूबेरी की तरह लगभग 13 मिमी का होता है। इसी दौरान उसका चेहरा अब साफ़ होने लगता है अर्थात जीभ, मुँह और दांतों का निर्माण होने लगता है। आपके शिशु का मस्तिस्क भी एक तिहाई बढ़ जाएगा और भ्रूण के सभी अंगों में नरम हड्डियां बनकर उसकी टांगों में फैलने लगेंगी। इसी के साथ शिशु का खुदका ब्लड ग्रुप भी बन जाता है और लिवर से लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन भी शुरू हो जाता है। सातवे हफ्ते में शिशु की यौन ग्रंथियों का निर्माण भी शुरु हो जाता है, पर अभी भी इसमें इतनी देर होती है कि अल्ट्रासाउंड से यह पता नहीं लगाया जा सकता कि वह लड़का है या लड़की।
सातवें हफ्ते के लिए आहार
अब हम आपको इस सप्ताह में खान-पान से जुड़ी सावधानियों के बारे में बताने जा रहें हैं जिसमें क्या खाएं और क्या ना खाएं सम्मिलित हैं-
1. इस हफ्ते आपको भ्रूण के दांतों के विकास के लिए कैल्शियम का सेवन करना चाहिए और नियमित रूप से दूध पीना चाहिए। आप चाहें तो दूध से बने उत्पाद जैसे – पनीर, दही आदि का सेवन कर सकती हैं।
2. लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और शिशु को एनीमिया से बचाने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियाँ खानी चाहिए जिससे आपके शरीर में आयरन की आपूर्ति हो सके।
3. इस दौरान आपको फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का खूब सेवन करना चाहिए जिससे आपको कब्ज़ की समस्या से आराम मिल सके।
4. इस समय आपके शरीर को प्रोटीन की भी आवश्यकता है, इसलिए प्रोटीनयुक्त भोजन लें और विभीन्न दालें, अंडे व डेयरी उत्पादों को अपने भोजन में शामिल करें।
5. आपको कच्चे मांस का सेवन नहीं करना चाहिए और अधिक वसायुक्त भोजन भी नहीं करना चाहिये।
6. धूम्रपान और शराब का सेवन कतई न करें और कोल्ड ड्रिंक भी न पियें।
7. अब आपको कैफ़ीनयुक्त पदार्थों जैसे – चाय, कॉफ़ी व चॉकलेट का सेवन करना छोड़ देना चाहिए।
8. घर का बना खाना ही खाएं एवं खूब पानी पियें।
सातवे हफ्ते के लिए सलाह
आइये अब आपको इस सप्ताह बरतने वाली सावधानियों के बारे में बताते हैं जिसमे क्या करें और क्या नहीं सम्मिलित हैं।
1. अगर आपने पहले कभी परामर्श नहीं लिया है तो इस हफ्ते डॉक्टर से अवश्य मिल लें।
2. इस हफ्ते कराये जाने वाले टेस्ट व स्कैन के बारे में जाने और उन्हें अवश्य कराएं।
3. हमेशा आरामदायक कपड़े ही पहने।
4. अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें।
5. बिना डॉक्टर के सलाह के कोई भी दवा न लें।
इसी के साथ अब आप गर्भावस्था के इस सप्ताह से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातों को भली भाँती समझ गयीं होंगी। आशा करता हूँ यह लेख आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।