Zepto Success Story: 17 साल की उम्र में छोड़ी कॉलेज, 20 की उम्र में बना 1000 करोड़ का मालिक, पढ़े Zepto के फाउंडर्स की कहानी

Zepto Success Story: एक समय ऐसा था जब बिजनेस सिर्फ बड़े लोग ही चलाते थे लेकिन अब ऐसा बिल्कुल नहीं है। समय पूरे तरीके से बदल चुका है। अब बच्चे भी बहुत अच्छा बिजनेस करने लगे हैं और करोड़ों रुपए की कंपनी खड़ी कर चुके हैं। आज हम आपको 23 साल के आदित्य पालीचा और 19 साल के उसके दोस्त केवल्या बोहरा की कहानी सुनाने जा रहे हैं जिन्होंने बहुत ही कम उम्र में करोड़ो रुपए की कंपनी खड़ी कर दी।

Zepto success story
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हम यहां पर बात कर रहे हैं ग्रोसरी डिलीवरी एप जेप्टो के बारे में जो आपके ऑर्डर करने के 10 मिनट के भीतर आप तक आपकी स्टेशनरी ग्रॉसरी और कई प्रकार के सामान पहुंचा देता है।

कैसे हुई Zepto की शुरुआत

19-20 साल की उम्र में ज्यादातर लोगों को यह पता नहीं होता है कि आगे उन्हें क्या पढ़ाई करनी है और अपनी जिंदगी में क्या करना है। लेकिन आदित्य पालीचा ने ऐसा बिल्कुल नहीं किया, मुंबई के रहने वाले आदित्य ने अपनी पढ़ाई अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्लीट की है। जहां से उनका बिजनेस के बारे में काफी जानकारी मिली और 17 साल की उम्र में ही इन्होंने GoPool नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया था।

इसके बाद में Zepto को शुरू करने के बारे में आइडिया आया तो इन्होंने अपने दोस्त कैवल्या के साथ में इसको शुरू करने की ठान ली। इस आईडिया के पीछे ऐसी कहानी थी कि चीन से जब कोई भी सामान ऑर्डर भारत में किया जाता था तो उसे पहुंचने में एक से दो दिन का समय लग जाता था। 2021 में कोरोना महामारी के दौरान इन्होंने Zepto की शुरुआत की जिसमें 10 मिनट में सामान की डिलीवरी होती है।

कॉलेज ड्रॉप आउट है आदित्य और केवल्य

Zepto के दोनों फाउंडर आदित्य और केवल्य ने जब इस बिजनेस में काम करना शुरू किया तो अपने कॉलेज छोड़ दी और पूरा फोकस अपने बिजनेस पर डाल दिया। आज यह इस मुकाम पर है कि करोड़ों रुपए की कंपनी खड़ी हो चुकी है। Zepto के माध्यम से मात्र 10 मिनट में यह सामान की डिलीवरी करते हैं। साल 2021 में इन्होंने 10 लाख से भी ज्यादा ऑर्डर डिलीवर किए थे।

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किरानाकार्ट के नाम से चलती थी यह कंपनी

पहले इस कंपनी का नाम Kiranakart हुआ करता था जो 45 मिनट के अंदर आपके द्वारा आर्डर किए गए सामान की डिलीवरी करती थी। जिन कस्टमर के पिकअप प्वाइंट्स पास में रहते थे वहां पर मात्र 15 मिनट में ही डिलीवरी कर देते थे। जिसकी वजह से बार-बार कस्टमर यहां से आर्डर करते थे। इसके बाद इन्होंने दिमाग लगाया और सभी चीजों की डिलीवरी मात्र 10 मिनट के अंदर करना शुरू कर दिया।

क्योंकि सर्विस के दम पर आगे बड़ा बिजनेस

Zepto कि शुरुआत के समय बहुत सारे इन्वेस्टर इसे जुड़ गए थे। बड़े-बड़े अपार्टमेंट के अंदर बेहतर क्वालिटी और जल्दी डिलीवरी की सर्विस हर किसी को रिक्वायर्ड थी। इसके बाद इन्होंने हमेशा सुनिश्चित किया कि कस्टमर के आर्डर करने के 10 मिनट के भीतर उन्हें उनकी जरूरत का सामान उपलब्ध करवा दिया जाए इसके लिए इन्होंने एवरेज डिस्टेंस 2 किलोमीटर रखी है।

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इन्वेस्टर्स नहीं दिखाई कंपनी पर भरोसा

जब पालीचा और केवल्य लेने इस कंपनी की शुरुआत की और इन्वेस्टर से मुलाकात की तो लोग इन पर बहुत कम भरोसा कर रहे थे। क्योंकि इनकी उम्र बहुत कम थी और जो इन्वेस्टर से वह इसे दोगुनी उम्र के थे। लेकिन फिर भी इनको कुछ अच्छे इन्वेस्टर मिल गए जिन्होंने इस कंपनी में बड़ा इन्वेस्टमेंट किया जिसके दम पर यह कंपनी 200 मिलियन डॉलर की वैल्यूएशन तक पहुंच गई है।

आज मात्र 20 साल की उम्र में दोनों ही कंपनी के फाउंडर 1000 करोड रुपए के मालिक बन चुके हैं। इनकी सक्सेस स्टोरी सुनकर हर कोई इंस्पायर हो जाता है। उम्मीद करते हैं कि आप लोगों को भी उनकी यह सक्सेस स्टोरी काफी मोटिवेट करेगी और आप सफलता की तरफ आगे बढ़ेंगे।

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