Pregnancy Me Urine Infection Ke Lakshan | प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण, कारण और बचाव के उपाय

Pregnancy Me Urine Infection Ke Lakshan: प्रेगनेंसी हर महिला के लिए बहुत ही यादगार पल होता है लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। प्रेगनेंसी के दौरान यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन अर्थात यूरिन इन्फेक्शन होना बहुत ही आम बात है। यूरिन इन्फेक्शन होने से आपको बहुत ही ज्यादा कष्ट और दर्द का सामना करना पड़ता है। अगर समय रहते आप यूरिनरी इनफेक्शन का इलाज नहीं करवाते हैं तो इससे आपकी गर्भावस्था पर भी बुरा असर पड़ सकता है। कई बार यह इन्फेक्शन इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि गर्भ में पल रहे शिशु पर भी बुरा असर करता है।

आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे की प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन क्या होता है? यह यूरिन इन्फेक्शन कौन-कौन से कारण की वजह से होता है? प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण, उपचार और बचाव क्या है? पूरी जानकारी के लिए आर्टिकल को अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़े।

प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन क्या है? | Pregnancy Me Urine Infection Kya Hai?

प्रेगनेंसी के दौरान यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन किसी भी अंग में हो सकता है जैसे किडनी, ब्लैडर और पेशाब की नली। यह एक प्रकार का बैक्टीरियल इंफेक्शन है जो ई-कोलाई बैक्टीरिया की वजह से होता है। इसके अलावा भी कई अन्य बैक्टीरिया है जिनकी वजह से यूरिनरी इनफेक्शन हो सकता है। सिर्फ प्रेगनेंसी में ही नहीं सामान्य अवस्था में भी आपको यूरिनरी इनफेक्शन का सामना करना पड़ सकता है। एक नव विवाहित महिला में और प्रेग्नेंट महिलाओं में इसकी आशंका बहुत ज्यादा रहती है।

सामान्य तौर पर 20 वर्ष से लेकर 50 वर्ष तक की महिलाओं में जिन्हें पीरियड्स आते रहते हैं या प्रेग्नेंट है उन्हें यूरिनरी इनफेक्शन होना बहुत ही आम है। प्रेगनेंसी के दौरान छठे सप्ताह से लेकर 24वें सप्ताह के बीच में आपको यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का सामना करना पड़ सकता है।

प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन कितने प्रकार का होता है? | Pregnancy Me Urine Infection Kitne Prkar Ka Hota Hai?

आपके यूरिनरी ट्रैक्ट के कौन से अंग में इंफेक्शन हुआ है उसके आधार पर इसे 4 भागों में बांटा जाता है। मुख्य रूप से प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन 4 प्रकार का होता है।

  1. यूरेथ्राइटिस: पेशाब की नली में होने वाला बैक्टीरियल इन्फेक्शन को हम यूरेथ्राइटिस के नाम से जानते हैं।
  2. सिस्टाइटिस: अगर आपको यह यूरिन इन्फेक्शन ब्लैडर में हुआ है तो इसे हम सिस्टाइटिस के नाम से जानते हैं।
  3. पाइलोनेफ्रिटिस: अगर आपको यूरिनरी इनफेक्शन गुदा मार्ग के आसपास हुआ है तो इसे हम पाइलोनेफ्रिटिस कहते हैं।
  4. वैजिनाइटिस: अगर प्रेगनेंट महिला में वेजाइना में इंफेक्शन हुआ है तो इसे हम वैजिनाइटिस के नाम से जानते हैं।

प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन के कारण | Pregnancy Me Urine Infection Ke Karan

प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन होने के कई कारण हो सकता है। प्रेगनेंसी में शारीरिक रूप से महिलाओं में कई प्रकार के बदलाव होते हैं जो मुख्य रूप से यूरिन इन्फेक्शन का कारण बनता है। आईए जानते हैं कुछ प्रमुख कारणों के बारे में

शारीरिक बदलाव

प्रेगनेंसी के दौरान महिला में कई प्रकार के हार्मोनल चेंजेज होते हैं जिसकी वजह से यूरिनरी ट्रैक्ट में भी परिवर्तन होता है। इससे महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। जैसे-जैसे यूटरस का वजन बढ़ता है वैसे-वैसे ब्लैडर पर बहुत ज्यादा प्रेशर आने लगता है जिसकी वजह से ब्लैडर से सारा यूरिन एक साथ निकल पाना कठिन होता है जिसकी वजह से ब्लैडर में बचा हुआ यूरिन इन्फेक्शन का कारण बन जाता है। क्योंकि मूत्र नलीका भी ब्लैडर से जुड़ी हुई होती है तो उसमें भी इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।

आंतो में उपस्थित बैक्टीरिया

हमारी आंतो के अंदर ई-कोलाई नाम का बैक्टीरिया पाया जाता है जो मुख्य रूप से महिलाओं में यूरिनरी इनफेक्शन का कारण होता है क्योंकि महिलाओं के अंदर मूत्र मार्ग और गुदा मार्ग पास पास में होते हैं। ऐसे में यह बैक्टीरिया आसानी से मूत्र मार्ग में प्रवेश कर जाता है जिसकी वजह से यूरिनरी इनफेक्शन होने का खतरा और भी बढ़ जाता है।

सेक्स करने की वजह से

यूरिनरी इनफेक्शन का सबसे प्रमुख कारण सेक्स भी होता है। सेक्स करने के दौरान गुदा मार्ग के आसपास और योनि के बाहर उपस्थित बैक्टीरिया मूत्र मार्ग में प्रवेश कर सकते हैं। इसकी वजह से यूरिनरी इनफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। अगर पुरुषों के लिंग के ऊपर किसी भी प्रकार की गंदगी है और बैक्टीरिया उपस्थित है तो सेक्स के दौरान वह महिला के मूत्र मार्ग में प्रवेश कर सकता है जिससे यूरिनरी इनफेक्शन हो सकता है।

प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण | Pregnancy Me Urine Infection Ke Lakshan

अगर आप एक प्रेग्नेंट महिला है और आपको यूरिनरी इनफेक्शन हो गया है तो आपको कुछ लक्षण अपने अंदर दिखाई देंगे जिनका आपको ध्यान रखना है। अगर नीचे बताये गए लक्षण आपको दिखाई दे रहे हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना है।

  • बार-बार और तेज पेशाब आना
  • पेशाब के दौरान दर्द और जलन का अनुभव होना
  • पेट के निचले हिस्से में लगातार ऐंठन और दर्द बने रहना
  • पीले रंग का बहुत ही ज्यादा बदबूदार और स्ट्रांग पेशाब होना
  • पेशाब के अंदर ब्लड और बलगम आना
  • पेशाब के अंदर मवाद पड़ जाना
  • कभी बहुत ज्यादा गर्मी का अनुभव करना तो कभी बहुत ज्यादा ठंड लगना
  • सेक्स करने के दौरान दर्द का बहुत ज्यादा अनुभव करना
  • सोते समय अचानक पेशाब की वजह से जाग जाना
  • कभी बहुत अधिक यूरिन आना तो कभी बहुत कम
  • ब्लैडर एरिया में दर्द और प्रेशर बने रहना
  • पेशाब के लिए जाने पर पेशाब नहीं आना
  • जी मिचलाना और उल्टी आना

अगर आप एक प्रेग्नेंट महिला है और आपके ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण अपने अंदर दिखाई देता है और आपको परेशानी हो रही है तो आपको बिल्कुल देरी नहीं करनी चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करके इस समस्या का सही इलाज करवाना चाहिए।

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प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन का उपचार | Pregnancy Me Urine Infection Ka Upchar

अगर आपको यूरिन इन्फेक्शन कंफर्म हो गया है तो इसका इलाज करने के लिए और बैक्टीरिया का पता लगाने के लिए सबसे पहले डॉक्टर यूरिन टेस्ट करवाता है। यूरिन टेस्ट में देखा जाता है कि किस तरह का बैक्टीरिया है। कभी-कभी यूरिन कल्चर टेस्ट भी करवाया जाता है।

सामान्य तौर पर यूरिन इन्फेक्शन में डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाओं के माध्यम से आपका इलाज करते हैं। यह एंटीबायोटिक दवाएं आपको 3 दिन से लेकर 7 दिन तक लेनी पड़ सकती है। सामान्य तौर पर यह सभी एंटीबायोटिक दवाएं गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के लिए एकदम सुरक्षित होती हैं।

ऐसा देखा जाता है कि गर्भवती महिलाओं में सामान्य तौर पर यह यूरिन इंफेक्शन पेशाब की नली और ब्लैडर तक ही पहुंचता है। अगर आप इसका समय पर इलाज करवा लेते हैं तो आपको ज्यादा समस्या नहीं होती है। लेकिन इलाज में देरी की वजह से यह इन्फेक्शन किडनी तक पहुंच सकता है जिसके बाद आपको बहुत सारी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। किडनी में अगर यूरिन इन्फेक्शन पहुंच जाता है तो बच्चे का जन्म समय से पूर्व हो सकता है और बच्चे के जन्म के वक्त उसका वजन बहुत कम हो सकता है।

प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन का बचाव | Pregnancy Me Urine Infection Ka Bachav

अगर आप एक प्रेग्नेंट महिला है तो आपको अपनी प्रेगनेंसी के दौरान कुछ विशेष सावधानियां बरतनी है जिसकी वजह से प्रेगनेंसी में होने वाले इस यूरिन इन्फेक्शन से खुद को बचा पाएंगे। इसके लिए आपको नीचे कुछ सावधानियां बताई जा रही हैं जिन्हें आपको हमेशा ध्यान रखना है।

  • एक प्रेग्नेंट महिला को पूरे 1 दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी के जरूर पीने चाहिए जिससे उसके शरीर में पानी की कमी ना हो।
  • जब भी आपको पेशाब आए आपको पेशाब करने जरूर जाना चाहिए और पूरा ब्लैडर खाली होने तक पेशाब करना चाहिए।
  • जब भी आप पेशाब करने जाए तो पेशाब करने के बाद वेजाइना को साफ कपड़े से पोछे और जेनिटल एरिया को हमेशा साफ सुथरा रखें।
  • वेजाइना को कभी भी कपड़े से पोछते समय इस बात का ध्यान रखना है कि आपको आगे से पीछे की तरफ पोछना है ताकि गुदा मार्ग में उपस्थित बैक्टीरिया आपकी वेजाइना में प्रवेश न कर पाए।
  • सेक्स करने से पहले और बाद में आपको हमेशा पेशाब करना है और ब्लैडर को खाली रखना है।
  • आपको अपने पास हमेशा एक एंटीबैक्टीरियल स्प्रे रखना है ताकि कभी आपके घर से बाहर पब्लिक टॉयलेट का यूज करना पड़े तो पहले आपको टॉयलेट सीट कवर पर एंटीबैक्टीरियल स्प्रे करना है उसके बाद ही उसका उपयोग करना है।
  • अगर आप एक प्रेग्नेंट महिला नहीं है और एक लड़की है तो भी यूरिनरी इनफेक्शन से बचने के लिए आपको अपनी मेंस्ट्रूअल हाइजीन को मेंटेन रखना है।
  • अगर आपको पीरियड्स आ रहे हैं तो इस दौरान आपको यूरिनरी इनफेक्शन से बचने के लिए प्रत्येक 6 घंटे में अपना सेनेटरी नैपकिन जरूर बदलते रहना चाहिए।
  • सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान किसी भी प्रकार की लुब्रिकेंट का उपयोग करना है तो वॉटर बेस्ड लुब्रिकेंट ही चुने।
  • महिलाओं को हमेशा कॉटन की अंडरवियर पहनना चाहिए और इसे रोजाना चेंज कर लेना चाहिए।
  • प्रेग्नेंट महिलाओं को किसी भी प्रकार से टाइट कपड़े पहनने से बचना चाहिए।
  • प्रेग्नेंट महिलाओं को अपनी डाइट में बहुत सारे फ्रूट्स खाने चाहिए।
  • प्रेग्नेंट महिलाओं को अपने डाइट में से बहुत ज्यादा शराब, शुगर, कैफ़ीन और रिफाइंड फूड्स, फास्ट फूड को हटा देना चाहिए।
  • अगर आपको यूरिनरी इनफेक्शन हो गया है तो इस दौरान आपको कभी भी सेक्स नहीं करना है।

सारांश | Conclusion

एक प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी के दौरान यूरिन इन्फेक्शन होना बहुत ही आम बात है। किसी महिला के अंदर यूरिन इन्फेक्शन के सभी लक्षण एक साथ दिखाई दे ऐसा जरूरी नहीं है। अगर आपको एक या दो लक्षण भी दिखाई देते हैं तो आगे चलकर यह आपके लिए बड़ी समस्या उत्पन्न कर सकते हैं। ऐसे में आपको लापरवाही ना बरतते हुए अपना UTI टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए। यूरिन इन्फेक्शन का अगर आप समय पर इलाज करवा लेती हैं तो आपका और आपके होने वाले बच्चे के साथ किसी भी प्रकार के कॉम्प्लिकेशन से बचा जा सकता है। इधर-उधर की बातों में ध्यान देने की बजाय सिर्फ आपके हेल्थ एक्सपर्ट और डॉक्टर की बातों पर ही ध्यान दें।

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