Breastfeeding for Infants: बच्चों के जन्म के बाद उसे लगातार स्तनपान करने से कई प्रकार की गंभीर बीमारियों से लड़ने में बच्चों को मदद मिलती है। बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास मां के दूध से ही होता है। इसी वजह से मां का दूध बच्चों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। विशेष रूप से शुरुआती 3 महीने में बच्चा अगर ज्यादा माँ का दूध पीता है तो इससे उसमें मोटापे का खतरा बहुत कम हो जाता है।

मां के दूध और बच्चे के विकास को लेकर कई प्रकार की स्टडी समय-समय पर की जाती रही हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ द्वारा लगातार इस प्रकार की रिसर्च की जाती है। लेकिन अभी तक मोटापे से ग्रसित मां और बच्चे को लेकर बहुत कम स्टडी की गई है। इसको लेकर हाल ही में ECHO Cohort study की गई जिसमें चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं।
Breastfeeding 3 महीने तक महत्वपूर्ण
प्रेगनेंसी से पहले अगर माँ मोटापे से ग्रसित है और वह अपने बच्चों को दूध पिलाती है तो इससे बच्चों में मोटापे की संभावना बहुत ही काम हो जाती है। रिसर्च के अंदर बच्चे के बॉडी मास इंडेक्स का उसकी हाइट और वेट से कंपैरिजन किया गया और यह रिजल्ट निकल गया है।
ECHO Cohort study में की गई रिसर्च में सामने आया है कि शुरुआती 3 महीने में बच्चों को जितना अधिक दूध पिलाया जाता है उसका BMI Score उतना ही कम होता है। अगर प्रेगनेंसी से पहले मां का BMI स्कोर 25 या उससे ऊपर है और वह अपने बच्चों को सही प्रकार से ब्रेस्टफीडिंग करवाती है तो बच्चे में मोटापे का खतरा बहुत कम हो जाता है।
Breastfeeding को लेकर रिसर्च
फर्स्ट 3 मंथ की तुलना में 2 साल से लेकर 6 साल तक बच्चों में बीएमआई स्कोर ज्यादा होता है। जैसे-जैसे बच्चे की उम्र बढ़ती जाती है स्तनपान की वजह से उसको मोटापे से बचाने की स्थिति भी कम होती जाती है। शुरुआत में ही अगर बच्चे को बहुत अच्छी तरीके से ब्रेस्टफीडिंग करवाया जाता है तो बाद में उसका BMI Score नहीं बढ़ेगा।
यह स्टडी 8134 ऐसी महिलाओं पर की गई जिनकी 21 वर्ष की उम्र में पहले बच्चे ने जन्म दिया है। इस दौरान सभी महिलाओं का BMI और BMIz स्कोर को सही प्रकार से कैलकुलेट किया गया और इस डाटा की स्टडी करने के बाद दो अलग-अलग प्रकार की सिचुएशन सामने आई है।
पहले सिचुएशन में माता ने अपनी 3 महीने तक के बच्चे को बहुत ही ज्यादा ब्रेस्टफीडिंग करवाया। इन बच्चों में BMIz स्कोर बहुत ही कम पाया गया और नार्मल रेंज के अंदर ही मिला प्रत्येक बढ़ाते। हुए महीने के साथ बच्चों में BMIz Score मेंटेन रहा है।
दूसरी सिचुएशन के अनुसार जिन महिलाओं ने अपने बच्चों को शुरुआती 3 महीने में सही प्रकार से ब्रेस्टफीडिंग नहीं करवाया है उनमें BMIz Score बढ़ा हुआ पाया गया है। साथ ही ऐसे बच्चों में मोटापे की संभावना भी ज्यादा हो जाती है।
Disclaimer: यहां पर जो जानकारी दी गई है वह Pediatrics स्टडी के अनुसार दी गई है। साथ ही इंटरनेट के माध्यम से यह है इनफॉरमेशन इकट्ठा की गई है। किसी भी प्रकार की इनफार्मेशन को उपयोग में लेने से पहले उसका अपने स्तर पर वेरिफिकेशन जरूर कर ले हम किसी भी प्रकार से इस जानकारी को वेरीफाई नहीं कर रहे हैं।