गर्भावस्था का छठा हफ्ता, जानिये – लक्षण, भ्रूण का विकास व सावधानियाँ

गर्भावस्था का छठा महीना, यह गर्भावस्था के दूसरी तिमाही का दूसरा सप्ताह होता है और इस दौरान आपके शरीर और आपके भ्रूण में कुछ बदलाव आ रहें होंगे जिसका आभाष आपको होने लगा होगा। आपकी कोंख में आपके बच्चे के विकास से जुड़ी बहुत सी गतिविधियाँ चल रहीं होंगी फिरभी किसी अन्य व्यक्ति द्वारा आपके गर्भवती होने का पता लगा पाना असंभव होगा। इस लेख में हम आपको इस सप्ताह के लक्षण, शिशु में होने वाले बदलाव एवं बरतने वाली सावधानियों सहित सही खान-पान वाली दिनचर्या के बारे में बताने जा रहें हैं, जिनकी जानकारी होना आपके लिए आवश्यक है।

छठे सप्ताह के लक्षण

1. बार-बार पेशाब आना – जैसे-जैसे आप गर्भावस्था के विभिन्न पड़ावों से गुजरेंगी बार-बार पेशाब आने की समस्या बढ़ती जायेगी।

2. सीने में जलन व अपच – इस दौरान आपको सीने में जलन हो सकती है और खाना पचने में दिक्कत होना भी एक समस्या बन सकती है जिससे बचने के लिए आपको फाइबर युक्त भोजन करने का सुझाव दिया जाता है।

3. मोर्निंग सिकनेस – इस दौरान आपको सुबह के समय अधिक थकान महसूस होगी और इसी के साथ उल्टी भी आने लग जाती है।

4. सूजन – इस हफ्ते शरीर के विभिन्न भागों जैसे हाथों और पैरों में हल्की सूजन आ सकती है।

5. कब्ज – गर्भावस्था के दौरान कब्ज की समस्या होना आम बात है। कब्ज से बचने के लिए आपको फाइबरयुक्त भोजन करना चाहिए।

6. मूड स्विंग – गर्भावस्था के शुरूआती दिनों में मूड स्विंग होना आम बात है परन्तु इसे खुद पर हावी न होने दें और हानिकारक चीजें खाने की प्रबल इक्षा पर नियंत्रत रखें।

भ्रूण में होने वाले बदलाव

इस हफ्ते भी आपका भ्रूण मटर के आकार का ही है लेकिन वो पिछले हफ्ते की अपेक्षा अब बड़ा हो गया है और भ्रूण के विकास की प्रक्रिया भी तेज़ हो गयी है। छठे सप्ताह में भ्रूण में होने वाले परिवर्तन जैसे नाक,कान, और मुँह में होने वाले विकास अल्ट्रासाउंड के अंदर दिखाई देने लग जायेंगे। इस दौरान आपके भ्रूण की दिल की धड़कन एक व्यस्क मनुष्य के धड़कन की लगभग दुगुनी होती है जोकि 110 से 150 बिट्स प्रति मिनट होती है। इसी के साथ रक्त परिसंचरण होने लगता है और फेफड़े, आतें, अग्नाशय व लिवर का विकास हो रहा होता है। इस दौरान दाल के दाने जैसी आकार का आपका नन्हा शिशु कुछ हरकतें करने में भी सक्षम हो जाता है है परन्तु ये हरकतें इतनी धीमी और शांत होती हैं, जिसका अनुभव कर पाना असंभव होता है।

छठे सप्ताह के लिए आहार

1. इस दौरान आपको फोलिक एसिड, खनिज, विटामिन्स और प्रोटीन आदि का पर्याप्त मात्रा में सेवन करना चाहिए जिससे आपके भ्रूण का विकास कुशलतापूर्वक हो सके।
2. हमेशा हाईड्रेटेड रहें जिस से खाना पचने में आसानी हो और आप कब्ज की समस्या से बचीं रहें।
3. कैफीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे चाय, कॉफ़ी, व चॉकलेट आदि का सेवं कम से कम करें।
4. शुद्ध दूध एवं इससे बने उत्पाद जैसे- दही, पनीर आदि का सेवन करना चाहिए।
5. अगर आप मांसाहारी हैं तो आपको चिकन और अंडा अच्छी तरह पका कर खाना चाहिए।
6. शराब और धूम्रपान का सेवन गर्भावस्था के दौरान वर्जित है, इसलिए भूलकर भी इन पदार्थों का सेवन न करें।

छठे सप्ताह के लिए आवश्यक सुझाव

अब हम आपको इस सप्ताह में बरतने वाले विभिन्न सावधानियों के बारे में बताने जा रहें हैं, जिसमें क्या करें व क्या न करें शामिल है –

1. इस दौरान किसी भी दवाई का बिना डॉक्टर के परामर्श के सेवन न करें।
2. अत्यधिक इक्षा होने पर कभी-कभार जंक फ़ूड खाना चलता है। अगर आपको उसकी सफाई को लेकर शंका है तो उसका सेवन कतई न करें।
3. स्ट्रेस से दूर रहें और खुश रहें, इसके लिए आप मनोरंजन आदि का सहारा ले सकती हैं।
4. नशें से दूर रहें और जितना हो सके पौष्टिक आहार ही लें।
5. प्रतिदिन केवल 300 एक्स्ट्रा कैलोरी का सेवन करें और अपना वजन अधिक ना बढ़ने दें।

तो इस प्रकार अब आप गर्भावस्था के छठें सप्ताह से जुड़ी इन सभी महत्वपूर्ण बातों को भली-भाँती समझ गयीं होंगी। आशा करता हूँ की ये जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी।

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