हर्निया क्या है? जाने इसके कारण, लक्षण और उपचार | Hernia Full Details in Hindi

Hernia Kya Hai: आपने हर्निया की बीमारी का नाम तो जरुर सुना होगा। कई बार सुना होगा कि किसी व्यक्ति का हर्निया का ऑपरेशन हुआ है लेकिन आपको वास्तव में पता नहीं होगा कि हर्निया की बीमारी है क्या। यह बीमारी स्त्री और पुरुष दोनों में होती है। यह बीमारी कितनी गंभीर है, इसके बारे में बहुत कम लोगों को पता है। आज इस आर्टिकल में हम हर्निया के बारे में बात करेंगे।

Table of Contents | विषयसूची

आज हम जानेंगे कि हर्निया रोग क्या होता है? यह कितने प्रकार का होता है, इसके लक्षण और कारण क्या है, हर्निया से हम कैसे बचाव कर सकते हैं, हर्निया हो जाने पर इसके क्या उपचार है, पूरी जानकारी के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े।

हर्निया क्या है | What is Hernia

हर्निया की बीमारी में आपकी मांसपेशियों और शरीर के अंदर के अंगों में टिश्यू कमजोर होते है और उभरकर बाहर आने लगते हैं, उसे हम हर्निया कहते हैं। आसान भाषा में समझे तो पेट के अंदरूनी जो परत होती है उसके कमजोर हिस्से से टिश्यू बाहर आने लगते हैं। यह कमजोरी सामान्य तौर पर एक छेद के रूप में होता है जहां पर एक उभार बनने लगता है।

सामान्य तौर पर हमें बाहर से हर्निया का कोई भी लक्षण नजर नहीं आता है। लेकिन ऐसा हो सकता है कि आपके अंदर हर्निया की समस्या धीरे-धीरे बढ़ रही हो। हर्निया की इस बीमारी में आपको कुछ सामान्य गतिविधियां करने के दौरान भी दर्द का अनुभव होता है जो सामान्य तौर पर पेट में और कमर के निचले हिस्से में हो सकता है। आईए जानते हैं कि हर्निया कितने प्रकार का होता है।

हर्निया के प्रकार | Types of Hernia in Hindi

सामान्य तौर पर हर्निया की बीमारी 6 प्रकार की होती है। ज्यादातर हर्निया हानिकारक नहीं होते हैं। आईए जानते हैं उनके बारे में…

इनगुइनल हर्निया | Inguinal Hernia in Hindi

यह हर्निया का सबसे बड़ा प्रकार है। हर्निया के 75% मामले इंगुइनल हर्निया से संबंधित होते हैं। यह हर्निया पुरुषों के साथ महिलाओं में भी हो सकता है। लेकिन यह है पुरुषों को ज्यादा प्रभावित करता है। इस हर्निया में आपके आंत का एक हिस्सा जंग के अंतरूनी हिस्से में उपस्थित इंगुइनल कैनाल में फैल जाता है।

इंसिज़नल हर्निया | Incisional Hernia in Hindi

यह हर्निया सामान्य तौर पर तभी होता है जब आपका कभी कोई ऑपरेशन हुआ है और पेट की दीवार पर ऑपरेशन के कारण हुए चीरे के अंदर से टिशु बाहर आने लगते हैं तो धीरे-धीरे यह हर्निया का रूप ले लेता है। अगर कोई व्यक्ति पेट की सर्जरी ऑपरेशन करवा चुका है उनको यह समस्या ज्यादा हो सकती है।

अंबिलिकल हर्निया | Umbilical hernia in Hindi

सामान्य तौर पर यह हर्निया 6 महीने से कम उम्र के बच्चों में देखने को मिलता है। यह हर्निया जैसे-जैसे बच्चे की उम्र बढ़ती है अपने आप ही ठीक हो जाता है। इसमें नाभि से पेट की आंत गुजरती हैं जिसकी वजह से नाभि का हिस्सा बड़ा हो जाता है।

फेमोरल हर्निया | Femoral Hernia in Hindi

यह एक ग्रोइन एरिया में होने वाला हर्निया है जो फेमोरल कैनाल के अंदर होता है। इस हर्निया के अंदर फैटी टिशु इंगुइनल कैनाल में प्रवेश कर जाते हैं जिसकी वजह से कमर और जांघ के पास का क्षेत्र उभरा हुआ नजर आता है।

हायटल हर्निया | Hiatal Hernia in Hindi

इस प्रकार के हर्निया में आपके पेट में गैस्ट्रोएसोफागीयल रिफ्लक्स पैदा होने लगते हैं जिसकी वजह से पेट में जो भोजन सामग्री है उसका रिसाव भोजन नलिका में होने लगता है। इसकी वजह से बहुत ज्यादा जलन का अनुभव होता है सामान्य तौर पर यह हर्निया 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में देखने को मिलता है।

पेरिनियल हर्निया | Perineal Hernia in Hindi

इस हर्निया में आपकी पेल्विक फ्लोर में किसी छेद के माध्यम से टिश्यू पेट की कैविटी में प्रवेश कर जाते हैं। हालांकि इस प्रकार के हर्निया के मामले बहुत ही कम देखने को मिलते हैं।

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हर्निया के लक्षण | Hernia Symptoms in Hindi

अगर आपको हर्निया की समस्या है तो आपको कुछ लक्षण नजर आने लगते हैं। इनके आधार पर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आपको हर्निया की समस्या हो सकती है।

  • प्रभावित हिस्से पर आपको एक उभार या गांठ महसूस होने लगती है।
  • शरीर में आपको हमेशा एक भारीपन महसूस होगा।
  • लंबे समय तक आपको चलने या खड़े होने में दर्द महसूस होगा।
  • प्रभावित हिस्से को हाथ लगाने पर या छूने पर दर्द का एहसास होगा।
  • त्वचा के अंदरूनी भाग पर भी आपको एक प्रेशर महसूस होगा।
  • पुरुषों में इस प्रकार के हर्निया की वजह से अंडकोष के चारों तरफ एक खिंचाव महसूस होने लगता है।
  • पेट से निकलने वाली गैस पास करने में परेशानी होती है।
  • महिलाओं को अगर यह समस्या है तो उन्हें दर्द और जलन का एहसास होता है।

हर्निया होने का क्या कारण है | Hernia Hone ka Karan in Hindi

हर्निया होने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं। सामान्य तौर पर आपकी मांसपेशियों में कमजोरी या खिंचाव की वजह से आपको हर्निया की समस्या शुरू होती है जो समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ती जाती है। यहां हम आपको कुछ प्रमुख कारण बता रहे हैं जिनकी वजह से आपको हर्निया की समस्या हो सकती है।

  • ज्यादा उम्र होना
  • मोटापा
  • धुम्रपान
  • वजन बढ़ना
  • भारी वजन उठाना
  • लगातार खांसी या छींक आना
  • गर्भावस्था
  • चोट या सर्जरी
  • जन्मजात दोष
  • आनुवंशिक कारण
  • पेट में तरल पदार्थ का जमना

हर्निया से बचाव | Herniya se Bachav ka Tarika

सामान्य तौर पर हर्निया की बीमारी आपकी मांसपेशियों के कमजोर होने की वजह से होती है। अगर आप अपने मांसपेशियों पर पड़ने वाले तनाव को कम करते हैं और हेल्दी लाइफ़स्टाइल जीते हैं तो हर्निया होने की संभावना बहुत कम होती है। यहां पर हम आपको कुछ तरीके बता रहे हैं जिनका उपयोग करने से आप हर्निया से बचे रहते हैं।

  • धूम्रपान करने की वजह से हर्निया की संभावना बढ़ जाती है ऐसे में आपको स्मोकिंग बंद कर देना चाहिए।
  • अगर आपको खांसी की बीमारी है तो इसे जल्दी ठीक कर ले क्योंकि लंबी समय खांसी रहने से आपको हर्निया भी हो सकता है।
  • मोटापा हर्निया होने की एक मुख्य वजह होता है ऐसे में आपको अपने वजन को हमेशा नियंत्रित रखना चाहिए।
  • जब आप मल त्याग करते हैं या पेशाब करते हैं उस समय ज्यादा जोर नहीं लगाना है।
  • अगर आपको कब्ज की समस्या रहती है तो यह है हर्निया के प्रमुख कारणों में से एक है। ऐसे में आपको हमेशा हाई फाइबर डायट लेना चाहिए।
  • पेट की मसल्स को मजबूत बनाने के लिए आपको नियमित रूप से एक्सरसाइज करना चाहिए जिससे आपको हर्निया होने की रिस्क बहुत कम हो जाएगी।
  • आपको एक लिमिट से ज्यादा भारी वजन उठाने से बचना है।
  • किसी भी भारी वस्तु को उठते समय आपको सांस नहीं रोकता है।

हर्निया का इलाज

हमने आपके ऊपर हर्निया के अलग-अलग प्रकार बताए हैं। इनमें से कुछ हर्निया ऐसे हैं जो अपने आप ही ठीक हो जाते हैं लेकिन कुछ हर्निया ऐसे होते हैं। जिनको ठीक करने के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ती है। आप अपनी लाइफ स्टाइल में बदलाव करके हर्निया के लक्षणों को तो कम कर सकते हैं लेकिन इसका एकमात्र इलाज सर्जरी ही होता है यह सर्जरी मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है।

ओपन सर्जरी

इस सर्जरी के अंदर आपके प्रभावित क्षेत्र पर 3 इंच से लेकर 10 इंच तक का कट लगाया जाता है और हर्निया के छेद को जाली लगाकर बंद कर दिया जाता है। इस प्रकार की सर्जरी में आप अपने अंदर के भाग को आंखों से भी देख सकते हैं।

लेप्रोस्कोपिक सर्जरी

हर्निया के ट्रीटमेंट के लिए यह बहुत ही पॉपुलर सर्जरी है। इस सर्जरी में एक बहुत छोटा कट प्रभावित स्थान पर लगाया जाता है और एक उपकरण के माध्यम से सर्जरी को पूरा किया जाता है। यह सर्जरी बहुत कम दर्द वाली होती है और इससे रिकवरी भी जल्दी हो जाती है।

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हर्निया की सर्जरी की कीमत कितनी होती है

सामान्य तौर पर हर्निया को ऑपरेशन करवाने में आपको 70000 रुपए से लेकर ₹100000 तक का खर्चा लग सकता है। अगर आप सरकार द्वारा चलाई जा रही आयुष्मान भारत योजना या स्टेट हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम के अंतर्गत यह सर्जरी करवाते हैं तो आपको कोई फीस नहीं देनी होती है। अगर आप किसी प्राइवेट हॉस्पिटल से हर्निया की सर्जरी करवाते हैं तो कुछ मामलों में यह है ₹100000 से ज्यादा महंगी भी आपको पड़ सकती है।

हर्निया ऑपरेशन के बाद मरीज को होने वाली परेशानियां

अगर आपको हर्निया की बीमारी हुई है और आप इसका ऑपरेशन करवाना चाहते हैं तो आपको इसके बाद होने वाली कुछ परेशानियों का पहले से ही पता होना चाहिए।

  • हर्निया का ऑपरेशन करवाने के बाद आपको पेशाब करते समय दर्द हो सकता है साथ ही ब्लीडिंग भी दिखाई दे सकती है।
  • पेट में आपके फ्लूइड जमा हो सकता है और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्या भी दिखाई देती है।
  • ऑपरेशन के लिए जहां पर कट लगाया गया है उस स्थान पर इंफेक्शन हो सकता है। साथ ही आपको पेट और पीठ के दर्द की समस्या भी हो सकती है।

हालांकि डॉक्टर आपको इस प्रकार की समस्याओं से निपटने के लिए कई प्रकार की मेडिसिन प्रिसक्राइब करते हैं ताकी आप समय रहते हर्निया से रिकवर कर पाएंगे।

क्या बिना ऑपरेशन के हर्निया का इलाज संभव है?

नहीं, सामान्य तौर पर हर्निया का इलाज ऑपरेशन के माध्यम से ही संभव होता है। हालांकि आप अपनी लाइफ स्टाइल में कुछ बदलाव करके और कुछ दावों का उपयोग करके हर्निया की शुरुआत में ही उसे ठीक कर सकते हैं। लेकिन एक लिमिट से ज्यादा बढ़ जाने के बाद आपको इसका ऑपरेशन ही करवाना होगा।

हर्निया का ऑपरेशन होने के बाद रिकवर होने में कितना समय लगता है

अगर आपने लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के माध्यम से हर्निया 2AQ का ऑपरेशन करवाया है तो आपको एक से दो दिन हॉस्पिटल में एडमिट रहना पड़ सकता है। इसके बाद आपको लगभग दो सप्ताह तक रेस्ट करना होता है। फिर धीरे-धीरे आप अपनी लाइफ स्टाइल को शुरू कर सकते हैं।

अगर आपने ओपन सर्जरी के माध्यम से हर्निया का ऑपरेशन करवाया है तो इसमें आपको लगभग 4 से 5 दिन तक अस्पताल में एडमिट रहना पड़ सकता है। इसके बाद आपको एक महीने से अधिक समय तक आराम करना होता है और लगभग 2 से 3 महीने बाद ही आप अपनी नॉर्मल लाइफस्टाइल पर आ पाते हैं।

डिस्क्लेमर

आज इस आर्टिकल में हमने आपको हर्निया और इस बीमारी के लक्षण, बचाव, करण आदि के बारे में जानकारी दी है। अगर आप इस प्रकार की समस्या से पीड़ित है तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। हम कोई हेल्थ एक्सपर्ट नहीं है हमने यहां पर जो भी जानकारी दी है इनफॉरमेशन के उद्देश्य से दी है। इस जानकारी को उपयोग में लेने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

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