Masik Shivratri 2024 Mai Kab Hai । साल 2024 में मासिक शिवरात्रि इस दिन मनाई जाएगी
मासिक शिवरात्रि का व्रत हर महीने रखा जाता है। अब हम आपको साल 2024 में पूरे साल मासिक शिवरात्रि किस-किस दिन मनाई जाएगी, उन तिथि के बारे में जानकारी दे रहे है। ताकि आप भी मासिक शिवरात्रि का व्रत रख सके और समय से भगवान भोलेनाथ की पूजा कर सके।
Masik Shivratri 2024 Vrat List
तिथि | दिन |
9 जनवरी 2024 | मंगलवार |
8 फरवरी 2024 | गुरुवार |
8 मार्च 2024 | शुक्रवार |
7 अप्रैल 2024 | रविवार |
6 मई 2024 | सोमवार |
4 जून 2024 | मंगलवार |
4 जुलाई 2024 | गुरुवार |
2 अगस्त 2024 | शुक्रवार |
1 सितंबर 2024 | रविवार |
30 सितंबर 2024 | सोमवार |
30 अक्टूबर 2024 | बुधवार |
29 नवंबर 2024 | शुक्रवार |
29 दिसंबर 2024 | रविवार |
Masik Shivratri । मासिक शिवरात्रि क्या होती है?
हिंदू धर्म को सभी धर्म से बड़ा धर्म माना जाता है। हिंदू धर्म मानने वाले लोग सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के कोने-कोने में बसे हुए हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार कई सारे व्रत एवं त्योहार मनाए जाते हैं। काफी व्रत और त्योहार ऐसे हैं जो हर महीने मनाए जाते हैं। मासिक शिवरात्रि भी उन्हीं में से एक है। पंचांग के अनुसार हर महीने कृष्णा पक्ष के 14 वें दिन यानी चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है।
कहां जाता है कि जो भी कोई सच्चे मन से मासिक शिवरात्रि का व्रत रख लेता है, उसे अपने सारे दुखों से छुटकारा मिल जाता है और भगवान भोलेनाथ उसकी सारी मनोकामना पूरी करते हैं। इसीलिए हिंदू धर्म के लोगों के लिए मासिक शिवरात्रि के महत्व को जानना काफी ज्यादा जरूरी है।
आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से यह जानकारी देंगे की मासिक शिवरात्रि क्या है, मासिक शिवरात्रि क्यों मनाई जाती है, मासिक शिवरात्रि मनाई जाने की विधि और मासिक शिवरात्रि(Masik Shivratri) साल 2024 में किस-किस दिन मनाई जाएगी। पूरी जानकारी आपको बताने वाले हैं।
मासिक शिवरात्रि क्यों मनाई जाती है । Masik Shivratri Kyu Manayi Jati Hai
यह बात तो हम सभी जानते ही हैं कि अगर हम अपना कोई भी त्योहार या फिर व्रत रख रहे है, तो उसके पीछे कोई ना कोई कारण तो होता ही है। हर त्योहार एवं व्रत किसी न किसी पौराणिक कथा से जुड़ा हुआ है। इसी प्रकार मासिक शिवरात्रि की एक पौराणिक कथा है।
कहा जाता है कि जिस दिन मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। दरअसल इस दिन मध्य रात्रि के समय भगवान भोलेनाथ शिवलिंग से प्रकट हुए थे। पौराणिक कथाओं के अनुसार जिस दिन भगवान शिव जी शिवलिंग से प्रकट हुए थे, तो ब्रह्मा जी और भगवान विष्णु ने उनकी पूजा अर्चना की थी।
शास्त्रों के अनुसार मासिक शिवरात्रि की पूजा भगवान विष्णु और ब्रह्मा के अलावा कई देवी देवताओं ने की थी। अपने जीवन को संवारने के लिए माता लक्ष्मी, पार्वती, सीता, मां सरस्वती और अन्य कुछ माताओं ने भगवान शिव जी के लिए व्रत रखा था और उनकी शिवलिंग की पूजा की थी।
कहा जाता है कि इन्हीं कारण से हर महीने मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने की परंपरा वर्तमान काल से नहीं बल्कि सदियों से चली आ रही है। महिलाएं एवं पुरुष पूरे तन मन धन से इस व्रत को रखते हैं और भगवान भोलेनाथ जी की पूजा करते हैं।
Masik Shivaratri Vrat Ke Fayde । मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से क्या फल मिलता है
- मासिक शिवरात्रि व्रत का हमारे जीवन में काफी महत्व है। जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान शिव जी के लिए व्रत रख लेता है, उसकी सारी मनोकामना पूरी होती है। लेकिन जब भी कोई व्रत पूरी विधि विधान से ना किया जाए, उसका फल आपको नहीं मिलेगा।
- आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अगर किसी कन्या विवाह नहीं हो रहा है, तो उसे मासिक शिवरात्रि का व्रत रखना चाहिए।
- मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से कन्या को मन वांछित वर प्राप्ति होती है। बहुत लोग ऐसे होते हैं जिनके रिश्ते नहीं हो पाते हैं। रिश्तो में रुकावट आती है। ऐसे में भी भगवान शिव जी के लिए व्रत रखेंगे और विधि विधान से पूजा करेंगे आप पर कृपा होगी।
- घर में सुख और शांति के लिए भी मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। अगर आपके घर में क्लेश है, तो भगवान शिव जी का व्रत रखें।
- संतान की प्राप्ति के लिए भी मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। अगर आप विधि विधान के साथ पूजा करेंगे तो आपकी मनोकामना जल्दी ही पूरी होगीl
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फरवरी 2024 महीने के त्योहार और व्रत यहां देखें।
Masik Shivratri Pooja Vidhi । मासिक शिवरात्रि मनाने की विधि क्या है?
अगर आप कोई भी व्रत या त्योहार मना रहे हैं, तो पूरी विधि विधान से उसे मनाना चाहिए। तभी आपको उसका फल मिलता है। चलिए अब हम आपको यह जानकारी देते हैं की मासिक शिवरात्रि के व्रत में आपको किस प्रकार से पूजा करनी है, ताकि भगवान शिव जी आप पर प्रसन्न हो जाए ।
- मासिक शिवरात्रि के दिन आपको सुबह उठकर जल्दी स्नान करना होगाl
- स्नान करने के बाद आप अपने घर के मंदिर में या फिर नजदीकी किसी भी मंदिर में जाकर भगवान शिव जी और भगवान शिव जी के परिवार की पूजा कर सकते हैं।
- शिवलिंग पर दूध, घी, शहद और अन्य फूल आदि को को चढ़ाना होगा। चंदन का टीका भी भगवान शिवलिंग को लगाना होगा।
- देसी घी का दिया जलाएं और साथ-साथ धूप बत्ती से भी भगवान भोलेनाथ जी की आरती करें।
- ध्यान रहे जिस समय आप पूजा कर रहे हो आपका पूरा ध्यान भगवान शिव जी की पूजा में होना चाहिए।
- भगवान शिव जी को प्रसन्न करने के लिए आपको शिव चालीसा, शिव पुराण, शिव स्तुति और शिव श्लोक का पाठ पढ़ना होगाl
- ध्यान दें कि आपको पूरा दिन कुछ नहीं खाना हैl अगर आपको प्यास लगे तो आप पानी पी सकते हैं। शाम के समय आप फल हर खाकर अपना व्रत खोल सकते हैं। ध्यान दें कि इस दिन आपको भगवान शिव जी को अन्न का भोग भी नहीं लगाना है और ना ही खुद अन्न खाना है।
- अगर आप इस विधि के अनुसार भगवान भोलेनाथ की पूजा करेंगे, तो आपकी हर मनोकामना जरुर पूरी होगी।
- अगर आप मासिक शिवरात्रि का व्रत शुरू करना चाहते हैं, तो ध्यान रहे की माहशिवरात्रि के दिन से ही आप मासिक शिवरात्रि के व्रत रखना शुरू करना।