हिंदू धर्म के अनुसार वर्ष के प्रत्येक माह में व्रत और त्योहार आते रहते हैं जिन्हें हम पूरी विधि विधान से और हर्ष उल्लास के साथ मनाते हैं। जैसा कि हमारे हिंदू धर्म में अनेकों देवी- देवता होते हैं और उनके उपासक भी होते हैं। प्रत्येक देवी देवता हमें सुख समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं अगर हम उनकी मन से पूजा करें और उन पर पूरी आस्था रखें।
तो इसी संदर्भ में हम आपके सामने नवंबर 2024 के माह के अंतर्गत आने वाले समस्त व्रत और त्योहारों की सूची लेकर आए हैं ताकि, आप इन व्रत और त्योहारों को विधि विधान पूर्वक मनाने के लिए स्वयं को तैयार रखें।
व्रत और त्योहार की तिथि | व्रत और त्योहार के नाम |
1 नवंबर 2024, शुक्रवार | दिवाली |
1 नवंबर 2024, शुक्रवार | कार्तिक अमावस्या |
2 नवंबर 2024, शनिवार | गोवर्धन पूजा |
3 नवंबर 2024, रविवार | भैया दूज |
10 नवंबर 2024, रविवार | अक्षय नवमी |
12 नवंबर 2024, मंगलवार | देवोत्थान एकादशी |
13 नवंबर 2024, बुधवार | तुलसी विवाह |
13 नवंबर 2024, बुधवार | प्रदोष व्रत |
15 नवंबर 2024, शुक्रवार | देव दीपावली |
15 नवंबर 2024, शुक्रवार | गुरु नानक जयंती |
15 नवंबर 2024, शुक्रवार | कार्तिक पूर्णिमा |
26 नवंबर 2024, मंगलवार | उत्पन्ना एकादशी |
28 नवंबर 2024, बृहस्पतिवार | प्रदोष व्रत |
1 नवंबर 2024, शुक्रवार – दिवाली
हर साल कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को दीपावली का त्यौहार आता है। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है और गणेश जी की भी विशेष पूजा होती है, साथ ही साथ धन के देवता कुबेर देवता की भी उपासना आज के दिन की जाती है।
दीपावली के शुभ मुहूर्त की बात की जाए तो कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर दोपहर 3:52 से आरंभ होकर अगले दिन 1 नवंबर को शाम 6:16 को समाप्त होगी।
1 नवंबर 2024, शुक्रवार – कार्तिक अमावस्या
जैसा कि हम सभी जानते हैं कार्तिक मास की अमावस्या को दिवाली का त्यौहार हम हिंदू धर्म में मनाया जाता है। साल 2024 में यह अमावस्या दो दिन की होगी 31 अक्टूबर की दोपहर 3:53 से शुरू होकर 1 नवंबर की शाम 6:16 तक यह अमावस्या रहेगी और इस दिन प्रीति योग और स्वाति नक्षत्र का सहयोग बनेगा।
2 नवंबर 2024, शनिवार – गोवर्धन पूजा
गोवर्धन पूजा का त्योहार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन मनाया जाता है। साल 2024 में गोवर्धन पूजा 2 नवंबर 2024 को मनाई जाने वाली है। गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 2 नवंबर 2024 की सुबह 6:00 से लेकर उसी दिन रात्रि 8:00 बजे तक होगा।
3 नवंबर 2024, रविवार – भैया दूज
गोवर्धन पूजा के अगले ही दिन भैया दूज का पर्व मनाया जाता है। जो कि भाई बहन का बेहद पावन पर्व होता है। साल 2024 में नवंबर 3 को यह भैया दूज का पर्व आएगा। भैया दूज का शुभ मुहूर्त 2 नवंबर रात्रि 8:00 बजे से लेकर 3 नवंबर की रात्रि 10:00 बजे तक शुभ है।
10 नवंबर 2024, रविवार – अक्षय नवमी
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली नवमी को अक्षय नवमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को आंवला नवमी के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय नवमी के दिन भगवान विष्णु की पूजा को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। अक्षय नवमी के दिन पूजा का सही समय सुबह 6:13 से लेकर दोपहर 12:06 तक है। अक्षय नवमी की तिथि का आरंभ 9 नवंबर रात 10:45 से लेकर 10 नवंबर रात 9:01 तक रहेगा।
12 नवंबर 2024, मंगलवार – देवोत्थान एकादशी
कार्तिक मास में आने वाली शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवोत्थान या देव उठनी या प्रबोधिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। यह दीपावली के बाद आती है, हमारे हिंदू धर्म के अनुसार यह मान्यता है कि, देवउठानी एकादशी के दिन भगवान विष्णु श्री सागर में चार महा शयन के बाद जागे थे। देव उठानी एकादशी का शुभ मुहूर्त 13 नवंबर को 6:42 से लेकर 8:50 प्रातः काल के समय रहेगा।
13 नवंबर 2024, बुधवार – तुलसी विवाह
तुलसी का पौधा हम हिंदू धर्म में पूजनीय होता है। इसे देवी लक्ष्मी का रूप कहा जाता है और इसे घर में रखना अत्यंत शुभ माना जाता है। तुलसी विवाह में तुलसी के पौधे की शालिग्राम पत्थर के साथ विवाह किया जाता है। इस वर्ष 2024 में तुलसी विवाह का शुभ मुहूर्त 12 नवंबर दोपहर 4:09 से 13 नवंबर दोपहर 1:00 तक है।
13 नवंबर 2024, बुधवार – प्रदोष व्रत
प्रदोष व्रत हर महीने की कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। यह व्रत भगवान शिव जी को समर्पित होता है। इस दिन शिवजी की पूरी श्रद्धा भाव से पूजा अर्चना की जाती है। जो व्यक्ति सच्चे मन से प्रदोष व्रत करता है उसकी सभी इच्छाएं पूर्ति भगवान शिव करते हैं और अपना आशीर्वाद देते हैं।
15 नवंबर 2024, शुक्रवार – देव दीपावली
देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा त्योहार है जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक माह की पूर्णिमा को होता है। यह विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। देव दीपावली का शुभ मुहूर्त पूर्णिमा तिथि 15 नवंबर को दोपहर से शुरू होता है और 19 नवंबर को शाम 5:00 बजे समाप्त होता है। देव दीपावली की पूजा प्रदोष मुहूर्त के अंतराल में की जाती है।
15 नवंबर 2024, शुक्रवार – गुरु नानक जयंती
गुरु नानक जयंती को प्रकाश उत्सव के तौर पर भी मनाया जाता है। यह सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव के जन्म उपलक्ष के रूप में मनाया जाता है। वैसे तो गुरु नानक जयंती सिखों का त्यौहार है परंतु, हिंदुओं और कई अन्य धर्म के लोग भी इस उत्सव का आनंद लेते हैं, विशेषत इस दिन सार्वजनिक अवकाश रहता है।
दिसम्बर महीने के व्रत और त्योहार | फरवरी के व्रत त्यौहार | मार्च के व्रत त्यौहार | अप्रैल के व्रत त्यौहार
15 नवंबर 2024, शुक्रवार – कार्तिक पूर्णिमा
कार्तिक पूर्णिमा के त्यौहार में हिंदू, सिख और जैनियों द्वारा पूर्णिमा दिवस या कार्तिक महीने के 15 चंद्र दिवस पर मनाया जाता है। इस उत्सव को मानने वालों के लिए यह सबसे पवित्र महीना होता है। वर्ष 2024 में कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर 2024 पर पड़ रही है। यह त्यौहार भगवान विष्णु को समर्पित है क्योंकि, इस दिन उन्होंने मत्स्य रूप में अवतार लिया था, जो उनका पहला अवतार है।
26 नवंबर 2024, मंगलवार – उत्पन्ना एकादशी
मार्गशीर्ष मास की कृष्ण एकादशी को एकादशी उत्पन्न हुई थी। यही कारण है कि इस एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन से एकादशी के व्रत आरंभ हो जाते हैं, उत्पन्ना एकादशी मंगलवार 26 नवंबर 2024 को सुबह 1:02 से आरंभ हो जाएगी और 27 नवंबर को सुबह 3:50 तक रहेगी।
28 नवंबर 2024, बृहस्पतिवार – प्रदोष व्रत
हमारे हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत की अत्यधिक मानता है, प्रत्येक कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष को त्रयोदशी मानते हैं, सूर्यास्त के बाद और रात्रि के आने से पहले का समय प्रदोष काल कहलाता है।