Magh Purnima Vrat: माघ पूर्णिमा के दिन स्नान और दान का काफी ज्यादा महत्व है। सभी पूर्णिमा में से मांग पूर्णिमा को महत्वपूर्ण माना जाता है। आज हम आपको मांग पूर्णिमा के बारे में पूरी जानकारी बताने वाले हैं। जैसे कि माघ पूर्णिमा क्या होती है, क्यों मनाई जाती है और फल पाने के लिए माघ पूर्णिमा किस विधि से मनाई जाए। पूरी जानकारी के लिए पोस्ट को अंत तक पढ़े।

Magh Purnima Vrat 2024 Mai Kab Hai । माघ पूर्णिमा 2024 में कब है?
इस साल माघ पूर्णिमा का व्रत 23 फरवरी 2024 को रखा जाएगा। माघ पूर्णिमा 23 फरवरी 2024 को दोपहर 3:36 से होगी और 24 फरवरी को शाम 6:30 तक माघ पूर्णिमा समाप्त होगी ।
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Magh Purnima Vrat Kya Hai । माघ पूर्णिमा व्रत क्या है?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को माघ पूर्णिमा का व्रत रखा जाता है। हिंदू धर्म के लोगों के लिए इस दिन का काफी महत्व है। इस दिन हिंदू धर्म के लोग स्नान और पूजा अर्चना करते हैं ।
कहा जाता है कि जो भी कोई प्राणी इस दिन पवित्र नदी जैसे की गंगा में स्नान कर लेता है, उसे सारे पापों से छुटकारा मिल जाता हैं।
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उसके जीवन की सारी कठिनाइयां दूर हो जाती हैं। इसीलिए हर साल माघ पूर्णिमा के दिन काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। इस दिन दान भी काफी ज्यादा किया जाता है। यह माना जाता है कि दान करने से भगवान प्रसन्न होते हैं।
इस दिन भगवान विष्णु और हनुमान जी की विशेष रूप से पूजा की जाती है। जो प्राणी सच्चे मन से भगवान विष्णु और हनुमान जी की पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
Magh Purnima Kyo Manayi Jati Hai । माघ पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है?
माघ पूर्णिमा को मनाए जाने के पीछे एक पौराणिक मान्यता काफी ज्यादा प्रचलित है। कहा जाता है कि माघ पूर्णिमा के दिन ही स्वर्ग से देवी देवता अपना रूप बदलकर मनुष्य भेश में पृथ्वी पर आते हैं और गंगा में स्नान करते हैं। इसी वजह से हर साल माघ पूर्णिमा के दिन लाखों लोग स्नान करने के लिए गंगा में जाते हैं ।
Magh Purnima Vrat Ke Fayde । माघ पूर्णिमा व्रत का महत्व क्या है?
- माघ पूर्णिमा के दिन व्रत रखने और पवित्र नदी में स्नान करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- गंगा में स्नान करने से सभी पापों से छुटकारा मिलता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Magh Purnima Vrat Vidhi । माघ पूर्णिमा व्रत विधि क्या है?
- माघ पूर्णिमा का फल पाने के लिए विधि अनुसार ही पूजा करें।सुबह जल्दी उठकर गंगा नदी या अन्य पवित्र नदी में स्नान करें।
- साफ सुथरे या सफेद वस्त्र धारण करें।
- स्नान करने के बाद भगवान सूर्य देव को अर्घ्य दें।
- गायत्री मंत्र का 108 बार जप करें।
- गरीब व्यक्ति या फिर ब्राह्मणों को भोजन खिलाएं और दान दे।
- माघ महीने में काले तिल का दान करें, काले तिल से हवन करें एवं पितरों को दान करें।
माघ पूर्णिमा के दिन भूलकर भी यह गलती ना करें।
माघ पूर्णिमा का व्रत रख रहे है, तो कुछ चीजों का विशेष रूप से ध्यान जरूर रखें ।
माघ पूर्णिमा के दिन काले वस्त्र नहीं पहनना चाहिए
कहा जाता है, काले वस्त्र पहनने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। जिसके कारण मनुष्य की बुद्धि खराब होनी शुरू हो जाती है।
बाल और नाखून ना काटे
माघ पूर्णिमा के दिन बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी आपसे रुष्ट हो सकती है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें।
तामसिक भोजन करें
अगर आप कोई भी व्रत विधि विधान अनुसार कर रहे हैं,लेकिन व्रत को खोलते समय आप तामसिक भोजन नहीं करते हैं। तो आपको व्रत करने का फल नहीं मिलेगा। इसीलिए तामसिक भोजन या फिर फल आहार का ही सेवन करें।
किसी को अपशब्द ना बोले और अपमान ना करें
माघ पूर्णिमा के दिन हमें किसी को अपशब्द नहीं बोलना चाहिए और ना ही किसी का अपमान करना चाहिए। ऐसा करने से आपके पितृ आपसे नाराज हो सकते हैं। इसलिए पितृ दोष से बचने के लिए किसी का अपमान बिल्कुल भी ना करें।
सुबह जल्दी उठें
माघ पूर्णिमा के दिन आपको जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए। देर तक सोना नहीं चाहिए। अगर देर तक सोएंगे, तो माता लक्ष्मी आपसे रुष्ट हो सकती है।