अटेन्शन लेडीज़! क्या आप प्रेग्नेंट हैं ? और करवा चौथ का व्रत रखने का सोच रही हैं ? अगर हाँ, तो अब आपको चाहिए एक्स्ट्रा केयर! अपनी हेल्थ का ख़्याल रखना है सबसे ज़रूरी। अब आपकी सारी चिंताएं दूर करने का समय आ गया है।
करवाचौथ के समय प्रेग्नेंट महिलाओं को किस प्रकार अपनी सेहत का ख़्याल रखना चाहिए? इस लेख/वीडियो में हम इस टॉपिक से सम्बंधित कुछ ऐसी बातें लेकर आए हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं।
जैसा कि हम सब जानते हैं कि एक गर्भवती महिला के लिए काफी समय तक कुछ ना खाने पीने के कारण गर्भवती महिलाओं को दिक्कतें होने लगती हैं जिससे गर्भ में पल रहे शिशु पर भी प्रभाव पड़ता है।
करवा चौथ का व्रत बहुत ही मुश्किल माना जाता है। यदि यह व्रत एक बार शुरू कर लिया जाए तो उसे तोड़ना या उसका ना पूरा करना अशुभ माना जाता है। ऐसा करना हिंदू धर्म के अनुसार ठीक नहीं माना गया है।
करवा चौथ का उपवास रखना गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही ज्यादा कठिन हो सकता है।
ऐसे में एक प्रेग्नेंट महिला बिना कुछ खाए पिए व्रत रखती है तो उससे उस पर और उसके बच्चे पर क्या प्रभाव पड़ेगा? इसलिए प्रेग्नेंट महिलाएं इन बात का खास ध्यान रखें –
गर्भवती महिलाएं करवाचौथ में निर्जला व्रत बिल्कुल न रहें। pregnancy me nirjala karva chauth vrat na rahe
अगर आपकी मेडिकल कंडीशन ठीक नहीं है तो आप यह व्रत ना रहें। याद रखें कि आपके लिए गर्भ में पल रहे बच्चे का ध्यान रखना ज़रूरी है। उसका ख्याल रखना आपकी जिम्मेदारी है। यदि आप इस बात का ख्याल नहीं रखेंगी तो यह आपके और आपके बच्चे दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे डिहाईड्रेशन की समस्या हो सकती है जिससे मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।
अगर आप यह व्रत रखना चाहती हैं और आपकी मेडिकल कंडीशन सही है तो आप फल खाकर और पानी पीकर ही व्रत करें। आप सेब, केला, पानी, काजू, किशमिश, बादाम आदि का सेवन कर सकती हैं। कोशिश करें कि आप दिन भर में कई बार इन चीजों का सेवन करती रहें जिससे आपको और आपके शिशु को एनर्जी मिलती रहे। ऐसा करने से किसी भी तरह का हानिकारक प्रभाव मां और बच्चे पर नहीं पड़ेगा जिससे दोनों स्वस्थ रहेंगे और आपका उपवास भी पूरा हो जाएगा।
कोई भी थकान वाला काम ना करें।
ज्यादा से ज्यादा आराम करें। अगर दिन में किसी भी समय आपको चक्कर, एसिडिटी या थकान इस तरह की कोई भी समस्या महसूस हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें।
अगर आपकी हालत बिगड़ती है तो आप चंद्रदेव को याद करते हुए दिन में ही अपने पति का चेहरा छलनी में देखकर व्रत को खोल सकती हैं। यह जरूरी नहीं है कि आप पूरे समय बाद चाँद देखकर ही अपना व्रत खोलें। आपको अपनी सेहत के साथ-साथ अपने शिशु का भी ख्याल रखना है।
व्रत शुरू करने से पहले या सरगी से पहले एक गिलास दूध जरूर पिएं। इससे आपके शरीर को ऊर्जा प्राप्त होगी और जो आपके और आपके बच्चे के लिए बहुत ज्यादा लाभदायक साबित होगा।
गर्भवती महिलाओं को चाहिए कि वे अपने व्रत के दौरान ककड़ी का सेवन करें क्योंकि ककड़ी में खाने और पीने, दोनों की शक्ति होती है। ककड़ी खाने से गर्भवती महिला और शिशु दोनों सुरक्षित रहेंगे और गर्भवती महिला का उपवास भी अच्छे तरीके से पूर्ण हो जाएगा।
तनाव से आजाद रहें।
उपवास रखते समय गर्भवती महिलाओं को चाहिए कि वे तनाव से आजाद रहें। किसी भी तरह के अवसाद या चिंता से खुद को दूर रखें और कोई भी तनाव ना लें। ऐसी हालत में स्त्री को चाहिए कि वह तनावमुक्त और शांत रहे।
बहुत टाइट कपड़े ना पहनें
गर्भवती महिला को चाहिए कि वह करवाचौथ के दिन उपवास रखते समय बहुत टाइट कपड़े ना पहनें ताकि उसको किसी भी तरह की कोई दिक्कत पेश ना आए। ऐसे समय में स्त्रियों को चाहिए कि वे आरामदायक व ढीले ढाले कपड़ों का ही चयन करें।
किस तरह की प्रेगनेंसी में करवाचौथ व्रत नहीं रखने की सलाह दी जाती है Kis tarah ki pregnant mahilaaon ko Karva chauth ka vrat nhi rakhna chahiye
- अगर गर्भवती माँ को बीपी संबंधित समस्या है, शुगर लेवल हाई या लो रहता है, शिशु का वजन कम है, या गर्भ में पानी की मात्रा कम है, किसी वजह से शिशु की तरफ खून कम पहुंचता है तो आप यह व्रत बिल्कुल भी ना रखें।
- अगर आखिरी के 3 महीने चल रहे हैं तो भी आप यह व्रत ना रखें क्योंकि इस समय शिशु का शारीरिक विकास बहुत तेजी से होता है और उसे बहुत सारे पोषण की आवश्यकता होती है।