क्या आप को इन दिनों ज्यादा थकान महसूस होती है ?
क्या आप का जी मचलता है ?
उल्टी जैसा महसूस होता है ?
तो आप को खुश हो जाना चाहिए क्यों की आप माँ बनने वाली है, आप के घर एक छोटा मेहमान आने वाला है
माँ बनना एक बहुत ही सुखद एहसास होता है और हर मां बनने वाली महिला को बड़ी उत्सुकता होती है कि क्या वह प्रयास करने के बाद मां बनी है या नहीं। माँ बनने के सफ़र में पहला पड़ाव अपनी गर्भावस्था का पता लगाना होता है और आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहें हैं। इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद आपकी सारी शंकाएं दूर हो जायेंगी। इस लेख में आप जानेंगी – गर्भावस्था के शुरूआती संकेत, लक्षण दिखने का समय एवं अन्य संभावित लक्षण।
गर्भावस्था के प्रारम्भिक लक्षण
गर्भावस्था के शुरूआती लक्षण हर महिला में अलग-अलग होते हैं। ऐसा होने का कारण हर महिला के शरीर की प्रकृति का अलग–अलग होना होता है। अक्सर महिलायें पीरियड्स के पहले और पीरियड्स के दौरान जिन संकेतों को प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षण समझ लेती हैं, वास्तव में वह किसी अन्य समस्या की ओर भी संकेत कर रहें होते हैं। प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षण आपके गर्भवती होने का मात्र संकेत हो सकते हैं, अपने गर्भ की पुष्टि के लिए आपको प्रेग्नेंसी टेस्ट अवश्य कराना चाहिए। आइये अब गर्भावस्था के प्रारम्भिक लक्षणों के बारे में जानते हैं।
1. पीरियड्स का न आना – अधिकतर स्थितियों में गर्भवती होने के बाद मासिक धर्म रुक जाता है। प्रेगनेंसी के दौरान पीरियड्स का न आना इसके शुरूआती संभावित संकेतों में से एक माना गया है। यदि आपके पीरियड्स नार्मल दिनों की तरह नियमित रूप से न आ रहें हों, तो ऐसे में इसे प्रेग्नेंसी का लक्षण समझा जा सकता है। ऐसी स्थिति उत्पन्न होते ही आपको प्रेगनेंसी टेस्ट करा लेना चाहिए।
2. थकान महसूस होना – प्रेगनेंसी के दौरान प्रारम्भिक दिनों में अधिकतर महिलाओं को थकान महसूस होती है। जिसका कारण इस दौरान शरीर में हो रहे विभिन्न प्रकार के बदलाव होते हैं। इस दौरान स्त्रियों के शरीर में प्रोजेस्टेरोन का बढ़ता स्तर थकान का मुख्य कारण होता है। इसके अतिरिक्त प्रेगनेंसी के दौरान ब्लड प्रेसर और शुगर लेवल का कम होना भी आपको थका-थका सा महसूस करा सकता है।
3. मोर्निंग सिकनेस – मॉर्निंग सिकनेस होना प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षणों में दिखने वाला एक सामान्य लक्षण है। जी मिचलाना जैसी समस्या पूरे दिन में कभी भी हो सकती है। सामान्यतः ये समस्या गर्भावस्था के पहले या दूसरे महीने में शुरू हो सकती है। कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं, जिन्हें जी मिचलाने के दौरान उल्टी जैसी दिक्कत नहीं होती। वैसे तो मोर्निंग सिकनेस की ये समस्या दूसरी तिमाही के शुरुआत तक कम हो जाती है तो वहीँ कुछ महिलाएं पूरी गर्भावस्था के दौरान इस समस्या से जूझती रहती हैं।
4. संवेदनशील और भारी स्तन – पीरियड्स का समय न होने के कुछ दिन पहले से ही स्तन का पीड़ादायक, संवेदनशील व भारी होना या निप्पल के चारों तरफ का रंग का गहरा दिखाई देना प्रेगनेंसी के लक्षण हो सकते हैं । गर्भ धारण के बाद एस्ट्रोजेन लेवल बढ़ने के कारण महिलाओं को अत्यधिक पीड़ा का अनुभव होता और स्तनों में तेज़ दर्द हो सकता है। इसी के साथ निप्पल गहरे रंग के दिखने लग जाते हैं और इनमें खुजली तनाव या चुभन महसूस होना भी संभव है।
5. ऐंठन व रक्तस्त्राव होना – पीरियड्स के दौरान शरीर में ऐंठन होना, हल्का रक्तस्राव और स्पॉटिंग (प्रत्यारोपण रक्तस्राव) होना प्रेगनेंसी के स्पष्ट संकेतों में गिने जातें हैं। इस दौरान निषेचित अंडा स्वयं को गर्भाशय की दीवार से जोड़ लेता है जिसके फलस्वरूप प्रत्यारोपण होता है। अगर आपका पीरियड साइकल नियमित है तो पीरियड्स आने की तारीख के लगभग एक सप्ताह पहले से प्रत्यारोपण रक्तस्राव के संकेत दिखने लग जाते हैं, ऐसा कुछ घंटों या फिर कुछ दिनों तक भी हो सकता है। इस दौरान ध्यान देने योग्य बात ये है कि रक्तस्राव अधिक न हो क्योंकि ऐसा होना गर्भपात होने का एक संकेत भी हो सकता है।
6. उल्टी महसूस होना – जी मचलाना भी एक लक्षण है जो फ़िलहाल एक महीने बाद शुरू होता है| यह बदलाव आपके शरीर में प्रेगनेंसी हॉर्मोन की वजह से आता है। मितली आना और उल्टी होने जैसा लगना भी प्रमुख लक्षण है गर्भावस्था में दिन की शुरुआत काफी बोझिल होती है. सुबह उठकर कमजोरी लगती है और मितली आती है. कई बार कुछ खाने पर उल्टी जैसा महसूस होने लगता है.
गर्भावस्था के अन्य संभावित लक्षण
1. शरीर का उच्च बेसल तापमान – अगर आप नियमित रूप से अपने शरीर के तापमान पर नजर रख रहीं हैं तो आप इस बदलाव को समझ पाएंगी कि यदि 18 दिन तक लगातार शरीर के बढ़े हुए बेसल तापमान का तात्पर्य है कि हो सकता है आप गर्भवती हैं।
2. बार–बार पेशाब आना – बार–बार पेशाब आना आपके गर्भवती होने का एक प्रमुख संकेत हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान हॉर्मोन्स में परिवर्तन और रक्त के अतिरिक्त उत्पादन के साथ बार–बार पेशाब आना एक आम लक्षण है। गर्भावस्था के दौरान रक्त को छानने के लिए काम कार रहे गुर्दे अधिक सक्रीय होते हैं जिससे बार–बार पेशाब करने की ज़रूरत महसूस होने लग जाती है।
3. सिरदर्द – सिरदर्द होना भी प्रेगनेंसी का एक आम लक्षण है। इस दौरान हॉर्मोन्स के कारण ब्लड शुगर के स्तर में गिरावट आती है जिससे सिरदर्द होता है। जिसका कारण मस्तिष्क की कोशिकाओं का शर्करा के निम्न स्तर के साथ तालमेल रखने के लिए होने वाला संघर्ष होता है।
4. अधिक प्यास व भूख लगना – अगर आपको ढेर सारा पानी पीने की इक्षा हो रही है और साथ ही आपकी भूख भी बढ़ने लगी है तो आश्चर्यचकित न हों, अगर उपर बताये गये लक्षणों के साथ ये लक्षण दिख रहें हों तो समझ जाएँ की आप गर्भवती हैं।
5. सांस फूलना – सांस फूलना भी आपकी प्रेगनेंसी का एक और शुरूआती संकेत हो सकता है।
6. क्या आपको आपके निप्पल कुछ अलग रंग के दिख रहे हैं? – गर्भावस्था के दौरान होने वाले हॉमोर्नल चेंज से मेलानोसाइट प्रभावित होती हैं. यानी इसका प्रभाव उन कोशिकाओं पर पड़ता है जो निप्पल के रंग के लिए उत्तरदायी होती हैं. गर्भ धारण करने पर निप्पल का रंग गहरा हो जाता है.
अगर आप में बहुत से लक्षण दिख रहें हो फिर भी आपको अपनी प्रेगनेंसी की जांच के लिए प्रेगनेंसी किट का उपयोग अवश्य करना चाहिए अथवा डॉक्टर से मिलकर भी आप अपनी जांच करा सकती हैं।
अगर ये सब लक्षण आप को दिखाई दे रहे है तो आप को आवश्यकता है अपना और ध्यान रखने की बधाई हो आप माँ बनने वाली है।